- आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सौंपा ज्ञापन,
- सीएमओ ने भेजा अस्पताल को कारण बताओ नोटिस।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बुलंदशहर निवासी पीड़िता कविता की किडनी निकलने वाले केएमसी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर गहनता से जांच कराई जाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में सीएमओ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सौंपते हुए सीएमओ डॉ अशोक कटारिया से ऐसे अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी ने बताया कि कविता की किडनी निकलने के बाद से केएमसी अस्पताल लगातार चचार्एं में है। जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने कहा कि केएमसी हॉस्पिटल के मालिक डॉ सुनील गुप्ता सहित 6 डॉक्टरो द्वारा बुलंदशहर निवासी पीड़िता कविता की किडनी निकाले जाने के संबंध में अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया जाए।
अंकुश चौधरी ने आरोप लगाया कि इससे पहले पता नहीं कितने और लोगों के साथ ऐसा हुआ होगा। इस घटना के बाद से लगातार चचार्एं हैं केएमसी अस्पताल संचालक सुनील गुप्ता और उनके सहयोगियों द्वारा मेरठ में एक बड़ा किडनी गैंग चलाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में तुरंत केएमसी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर गहनता से जांच कराई जाये। कौन-कौन लोग इसमें शामिल है और किस -किस की मिलीभगत से किडनी निकाल कर कहां बेची जा रही थी? इसकी भी जांच कर सभी पर सख्त कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल राघव, जिला महासचिव जीएस राजवंशी, किठौर विधानसभा अध्यक्ष राहुल भाटीपुरा, जिलाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ हेम कुमार, जिला सचिव सचिन वाल्मीकि, जिला सचिव रॉबिन चौधरी, कैंट विधानसभा उपाध्यक्ष सुबोध कुमार, कैंट विधानसभा उपाध्यक्ष भरत लाल यादव, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष कप्तान कपिल शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी हर्ष वशिष्ठ, एससी एसटी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष भूप सिंह, जिला सचिव गजेंद्र, आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
युवजनसभा कार्यकर्ताओं ने भी किया था हंगामा: इसी मामले को लेकर शुक्रवार को सपा युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने जिला पंचायत सदस्य सम्राट मलिक के नेतृत्व में सीएमओ आॅफिस पर हंगामा करते हुए अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
सीएमओ ने भेजा केएमसी को नोटिस: किडनी कांड़ को लेकर लगातार मामला गमार्ता देख सीएमओ डा अशोक कटारिया ने बागपत रोड स्थित केएमसी अस्पताल को नोटिस जारी करते हुए नोटिस जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि, आखिर किसी पेशेन्ट की किडनी कैसे निकाली गई। सीएमओ डॉक्टर अशोक कटारिया ने केएमसी प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। नोटिस के द्वारा तीन दिन में स्पष्टीकरण, साक्ष्यों के साथ मांगा गया है। वहीं, अगर स्पष्टीकरण और संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कड़ा एक्शन होने की बात भी सामने आ रही है।
वहीं, सीएमओ डा अशोक कटारिया ने एक पत्र डीएम को भी भेजा है। इस किडनी कांड़ में तीन सदस्यीय समिति के लिए मजिस्ट्रेट नामित करने मांग की गई है। केएमसी हॉस्पिटल के 6 डॉक्टर्स पर मुकद्दमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि अगर संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया तो अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
अस्पताल प्रबंधन ने दी सफाई
केएमसी अस्पताल के निदेशक डा. सुनील गुप्ता का कहना है कि 2023 में मरीज के वकील ने गुर्दा निकालने का नोटिस भेजा था। उसकी एवज में रकम की मांग की गई। इनकार करने के बाद डेढ़ साल से कंज्यूमर कोर्ट में मामला चल रहा है। फिर उक्त लोगों ने 12 लाख की मांग की। उनके खिलाफ हमारी तरफ से स्टेट फोरम में शिकायत की गई। तब मेरठ से केस गाजियाबाद स्थानांतरित कर दिया। 21 मार्च सुनवाई की तिथि लगी है। इसी बीच उन्होंने मुकदमा वापस लेने का दबाव बना धमकाने का आरोप लगाया। उसकी जांच पुलिस कर रही है।
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