Friday, June 27, 2025
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गैरजिम्मेदार देश के हाथ में सुरक्षित नहीं परमाणु बम: राजनाथ सिंह

  • न्यूक्लियर धमकियों के बीच दुनिया से बोले राजनाथ सिंह- ‘IAEA को सौंपी जाए पाकिस्तान के परमाणु बमों की निगरानी’।

Defense Minister Rajnath Singh reached Jammu and Kashmir: राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु बम को IAEA की निगरानी में लाना चाहिए। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं। उन्होंने यहां ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना के जवानों से मुलाकात की।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु बम को आईएईए की निगरानी में लाना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि दोनों देशों की सहमति इस बात पर बनी है कि पाक की तरह से कोई नापाक हरकत नहीं होगी। अगर ऐसा हुआ तो बात दूर तक जाएगी।

 

 

राजनाथ सिंह ने श्रीनगर की बादामी बाग छावनी में कहा, ”मैं दुनिया के सामने यह सवाल खड़ा करना चाहता हूं कि आईएईए (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) को पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अपनी निगरानी में लेना चाहिए।” रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले शहीद जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा, ”जवानों की शहादत को नमन और पहलगाम में जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों की स्मृति को नमन करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि घायल सैनिक जल्द ठीक हो जाएं।”

गैरजिम्मेदार देश के हाथ में सुरक्षित नहीं परमाणु बम: राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के परमाणु बम की धमकी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ”हमें उनके न्यूक्लियर ब्लैकमेल की परवाह नहीं है। पाकिस्तान की तरफ से एटम की धमकी दी गई है। क्या ऐसे गैरजिम्मेदार देश के हाथ में एटम बम सुरक्षित हैं।” उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, ”आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों को मारा था, उसके बाद आपने जो जवाब दिया वो पूरी दुनिया ने देखा। आतंकियों ने भारतीयों को धर्म देख कर मारा, हमने उन्हें उनका कर्म देख कर मारा है।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बादामी बाग छावनी में जवानों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की।

 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “इस विषम परिस्थिति में, आप सबके बीच आकर, आज मैं, बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं I हमारे प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान आपने जो कुछ किया, उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है। मैं अभी भले ही आपका रक्षा मंत्री हूं लेकिन उससे पहले तो भारत का नागरिक हूं। रक्षा मंत्री के साथ-साथ, मैं आज, भारत के नागरिक के रूप में भी आपका आभार प्रकट करने आया हूं।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं आपकी उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं, जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया। आपने जिस तरीके से, सीमा के उस पार पाकिस्तान की चौकियों और बंकरों को धवस्त किया, दुश्मन उसे कभी भूल नहीं पायेगा। आमतौर पर लोग जोश में होश खो देते हैं। लेकिन आपने, जोश भी रखा, होश भी रखा और सूझबूझ के साथ दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद किया है।”

“ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत द्वारा चलाई गई, अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है। 35-40 वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है। आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं। पहलगाम में आतंकवादी घटना को अंजाम देकर भारत के माथे पर चोट पहुंचाने का काम किया, भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने भारत के माथे पर वार किया, हमने उनकी छाती पर घाव दिए हैं। पाकिस्तान के ज़ख्मों का इलाज इसी बात में है कि वह भारत विरोधी और आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे, अपनी ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ न होने दे।”

 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “रही बात पाकिस्तान की, तो वह देश तो, मांगते-मांगते अपनी जहालत से एक ऐसी हालत में आ गया है, कि उसके बारे में यह भी कहा जा सकता है, कि पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है। अभी आपने सुना ही होगा, कि कैसे वह फिर एक बार, IMF के पास कर्ज मांगने गया। वहीं, दूसरी तरफ हमारा देश है, कि हम, आज उन देशों की श्रेणी में आते हैं, जो IMF को फंड देते हैं, ताकि IMF गरीब देशों को कर्ज़ दे सकें।”

 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “… पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे ग़ैर ज़िम्मेदाराना तरीक़े से पाकिस्तान द्वारा भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं। आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने यह सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे ग़ैर ज़िम्मेदार और धूर्त राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA यानि (अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।”

श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बादामी बाग छावनी में जवानों के साथ ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। रक्षा मंत्री ने यहां जवानों को संबोधित किया।

 

 

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