मुखाग्नि देने का समय आया तो परिजनों को याद आया कि हरेंद्र के नाम पर बीमा है।
फिरोजाबाद। करंट से मिस्त्री की मौत के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। श्मशान घाट पर परिवार के लोगों के साथ नाते-रिश्तेदार और पहचान के लोग भी पहुंच गए। शव को मुखाग्रि देने में कुछ ही देर बाकी थी, तभी घरवालों को कुछ याद आया और वे मृत देह को लेकर सीधे अस्पताल पहुंच गए। फिर पुलिस को भी सूचना दी गई। जानिए आखिर क्या थी वजह, जो चिता से अचानक उठा लिया गया शव।
यह घटना उत्तर थाना क्षेत्र की है। यहां के दम्मामल नगर में रहने वाले हरेंद्र कुमार पेशे से बिजली मिस्त्री थे। मंगलवार को जब यह अपने ही घर की बिजली ठीक कर रहे थे तो वे करंट की चपेट में आ गए। उनकी हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गई। अचेतावस्था में परिजन हरेंद्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद घर लोग रोते-बिलखते हरेंद्र का शव लेकर घर चले गए गए। रिश्तेदारों को सूचना देने के साथ ही हरेंद्र के अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी। इसके बाद शव को श्मशान ले जाया गया। यहां सभी कर्मकांड पूरे करने के बाद चिता तैयार की गई। मुखाग्नि देने का समय आया तो परिजनों को परिजनों को याद आया कि हरेंद्र के नाम पर बीमा है।
इसके बाद परिजनों ने बीमा एजेंट से बात की तो उसने बताया कि बगैर पोस्टमार्टम के बीमा क्लेम नहीं हो सकता है। इसके बाद परिजन हरेंद्र के शव को चिता से उठाकर सीधे जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां उन्होंने पुलिस को सूचना दी और पोस्टमार्टम कराए जाने का अनुरोध किया। कोतवाली उत्तर प्रभारी निरीक्षक राजेश पांडेय ने बताया कि परिजनों की सूचना पर हरेंद्र के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही करायी गई है।