-
मेरठ में मां की किडनी से बेटी को मिला नवजीवन…..
-
सरधना की नाजिश का आयुष्मान भारत योजना में हुआ किडनी ट्रांसप्लांट
शारदा न्यूज, संवाददाता |
नमस्कार shardanews.in वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। आपको बता दें कि मेरठ के सरधना की रहने वाली नाजिश की जिंदगी अब मां की दी किडनी के सहारे गुजरेगी। जिस मां ने बेटी को जन्म देकर पाला आज वही मां एक बार फिर बेटी की जीवनदात्री बनी।
बता दें सरधना निवासी नाजिश को उसकी मां सबीला ने अपनी किडनी ट्रांसप्लांट कराई है। खास बात यह कि कमजोर आर्थिक हालातों में बेटी का किडनी ट्रांसप्लांट संभव नहीं था। आयुष्मान भारत योजना में नाजिश का पूरा इलाज और किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। बकरीद से एक दिन पहले नाजिश को नया जीवन मिला है।
मेरठ की सरधना तहसील के दौराला ब्लॉक के वालिदपुर गांव में नाजिश उसका परिवार रहता है। घर पर अब्बू सलीम अहमद हैं। सलीम मजदूरी करते हैं। नाजिश की मां सबीला हैं। भाई आजम और बहन फरहीन हैं। नाजिश के पिता सलीम ने बताया कि मेहनत मजदूरी करके घर चलाते हैं। बेटी की किडनी खराब हो गई।
मेरठ के डायलिसिस सलीम ने बताया कि हमें मेरठ के गंगानगर में डायलिसिस सेंटर पर डॉक्टरों ने बताया कि हम लोग यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में जाएं। वहां आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा है।
डायलिसिस सेंटर से जानकारी मिलने के बाद सलीम बेटी को लेकर यशोदा सुपर Speciality Centre गए। वहां इलाज कराया। नाजिश की मां सबीला ने उसे अपनी किडनी डोनेट की है। यूपी में आयुष्मान भारत योजना में किडनी ट्रांसप्लांट का यह पहला ऑपरेशन हुआ है। जो यशोदा हॉस्पिटल में संपन्न हुआ।
किडनी ट्रांसप्लांट की कानूनी प्रक्रिया के बाद 20 जून को यशोदा अस्पताल ने फ्रोलॉजी से डॉ प्रजीत मजूमदार और यूरोलॉजी से डा. वैभव सक्सेना, डा. निरेन राव एवं डा. कुलदीप अग्रवाल की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट किया व 27 जून को मां-बेटी को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया।
आज पूरा परिवार मनाएगा ईद
नाजिश इलाज के बाद पूरी तरह ठीक है। मां सबीला भी बेटी को किडनी देने के बाद स्वस्थ है। आज पूरा परिवार यहीं वलीदपुर में ईद मनाएगा। यहां वलीदपुर में पूरे परिवार के लिए इस बार की ईद बेहद खास है क्योंकि नाजिश की किडनी बदल चुकी है। उसे जीवनदान मिला है।