मेरठ। नगर के मोहल्ला कल्याण सिंह डिकौली रोड पर नवविवाहिता आकांक्षा (22) का शव संदिग्ध हालात में पंखे से लटका मिला। विवाहिता की शादी डेढ़ माह पहले ही हुई थी। घटना के बाद देर शाम पहुंचे परिजनों ने सुसराल वालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाकर तहरीर दी। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
नगर के मोहल्ला कल्याण सिंह डिकौली रोड निवासी राजन दिल्ली यूनिवर्सिटी में लैब टैक्नीशियन है। राजन की शादी 21 अप्रैल को वैष्णो उर्फ आकांक्षा निवासी यशोदा नगर इटावा के साथ हुई थी। आकांक्षा का शव सुबह घर के अंदर कमरे में पंखे पर संदिग्ध परिस्थितियों में लटका मिला। ससुराल वालों को इस बात का पता उस समय लगा, जब उन्होंने नाश्ते के लिए आवाज दी। जब आकांक्षा ने कोई जवाब नहीं दिया तो जेठानी रुचि कमरे में गई। आकांक्षा का शव पंखे से लटका देखा तो उसने शोर मचा दिया। बाद में अन्य परिजन भी पहुंचे। शव को उतारकर चिकित्सक को दिखाया गया। चिकित्सक ने आकांक्षा को मृत घोषित कर दिया। इस पर ससुराल वालों ने पुलिस और राजन के ससुराल वालों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी पूछताछ की। ससुराल वालों ने बताया कि कमरे में जाने से पहले आकांक्षा ने पूजा की थी। वहीं, शाम को आकांक्षा की मां, भी , पिता अन्य रिश्तेदारों के साथ पहुंचे और ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि 25 लाख रुपये की मांग करते हुए ससुराल वाले आकांक्षा को प्रताड़ित कर रहे थे। शुक्रवार सुबह भी आकांक्षा ने फोन करके बताया था कि ससुराल वाले उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इसके बाद 10 बजे उनके पास किसी का फोन आया कि ससुराल वालों नें आकांक्षा की हत्या कर दी। पुलिस ने किसी तरह समझाकर शांत किया। बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आकांक्षा के छोटे भाई आयुष ने बताया कि उसके पिता किसान हैं। दो भाई और दो बहनों में आकांक्षा दूसरे नबर की थी। बड़ी बहन निहारिका की नवषा माह में शादी तय है। आकांक्षा के ससुराल वालों ने काफी दबाव डाला था. इसलिए पहले छोटी बहन की शादी कर दी थी। आकांक्षा ने बीएसमी कर रखी थी।