शारदा रिपोर्टर मेरठ। उप्र राष्ट्रीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सचिन चोपड़ा ने मंगलवार को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर कनेक्शन देने में हो रहे उत्पीड़न और भ्रष्टाचार की शिकायत की।
उन्होंने बताया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में निरंतर लगभग हर नया विद्युत कनेक्शन एस्टीमेट जमा करने के बावजूद लगभग 25-55 दिन की देरी से लगाया जाता है। पूछने पर कभी बताया जाता है कि समान उपलब्ध नहीं है तो कभी ठेकेदार देरी कर रहा है। कभी कभी तो सुविधा शुल्क न देने के कारण भी ऐसा होता है।
सचिन चोपड़ा ने बताया कि तिरुपति इंडस्ट्रियल एस्टेट दिल्ली रोड में लगभग 150 से अधिक गोदाम एवं औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं। लेकिन इन उद्योगों को अभी तक इंडस्ट्रियल फीडर जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि यह उद्योगों के सुचारू संचालन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उक्त क्षेत्र से विद्युत विभाग को भी पर्याप्त राजस्व प्राप्त हो रहा है।
इस विषय में स्टेशन अधिकारी (जेई) एवं एसडीओ को कई बार मौखिक एवं लिखित रूप से अवगत कराया जा चुका है, परंतु अब तक इस संबंध में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। यह स्थिति क्षेत्र के उद्योगों के संचालन में गंभीर बाधा उत्पन्न कर रही है।



