मेरठ। सोमवार को प्रमुख सचिव खेल आलोक कुमार ने सरधना क्षेत्र के गांव सलावा में बन रहे मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जब अक्टूबर 2023 में निर्माणकर्ता कंपनी दीपांशु प्रमोटर एंड बिल्डर्स व लोक निर्माण विभाग के बीच 18 माह में निर्माण कार्य पूरा करने के लिए एग्रीमेंट हुआ है तो अभी तक कार्य शुरू क्यों नही हुआ।
उन्होंने नोडल अधिकारी व लोनिवि के अधिशासी अभियंता को आदेश दिया कि यह कार्य समयावधि में पूरा हो। यदि कहीं भी कोई समस्या है तो तत्काल उन्हें बताया जाए। प्रमुख सचिव ने कहा कि खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के अंदर ही पूरा किया जाए। डीएम दीपक मीणा ने अभी तक की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई। बताया कि खेल विश्वविद्यालय के नक्शे (ड्राइंग) को आइआइटी रुड़की से स्वीकृत कराने के लिए भेज रखा है।
प्रमुख सचिव ने नोडल अधिकारी को कहा कि वह स्वयं आइआइटी रुड़की के अधिकारियों से बात कर नक्शा स्वीकृत कराएं। निर्माणकर्ता कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि नीव खोदने के लिए पाइल टेस्टिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने इस बाबत मौके पर लखनऊ में अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने उप्र वन निगम के अधिकारियों से पूछा कि आखिर अभी तक 622 पेड़ों का कटान क्यों नही हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि 340 पेड़ों का कटान किया जा चुका है। बाकी का कटान अगले 20 दिनों में कर लिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने डीएम से कहा कि वह भी इस बाबत विश्वविद्यालय के निर्माण से जुड़े लोनिवि, खेल, सिंचाई व सेतु निगम के अधिकारियों के साथ हर सप्ताह बैठक करें, ताकि निर्माण समयावधि में पूरा हो सके।
इस दौरान सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नीरज कुमार लांबा, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी वाईपी सिंह, लोनिवि के अधिशासी अभियंता हितेंद्र सिंह व निर्माणकर्ता कंपनी दीपांशु प्रमोटर एंड-बिल्डर्स के प्रतिनिधि मौजूद रहे।