- जलीकोठी तिराहे से घंटाघर तक खुदी अहमद रोड से गुजरना मुश्किल,
- इलाज के लिए जिला अस्पताल आनें वाले मरीजों को हो रही भारी परेशानी,
- खैरनगर, जलीकोठी और नगर निगम के सामने रोज लग रहा जाम।
शारदा न्यूज, मेरठ। नगर निगम पिछले तीन माह से अहमद रोड़ का निर्माण करा रहा है। इस वजह से यह सड़क खुदी हुई है और यहां से गुजरना दुश्वार साबित हो रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि अहमद रोड पर पड़ने वाले जिला अस्पताल में रोजाना सैंकड़ो की संख्या में मरीज इलाज के लिए आते है। लेकिन सड़क खुदी होने की वजह से इन मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
– तीन माह से बदहाल सड़क का दंश झेल रही आम जनता
शहर के बीचों बीच स्थित अहमद रोड काफी व्यस्त सड़क है। यहां जिला अस्पताल के साथ बैंड-बाजे, शादी-ब्याह के अवसर पर फूलों की सजावट करने से लेकर बैंक व रेस्टोरेंट खुले हुए है। यहां रोजाना करीब पाचास हजार की आबादी का आवागमन रहता है। लेकिन पिछले तीन माह से अधिक समय से सड़क खुदी हुई है। इस वजह से अहमद रोड पर मौजूद व्यापारियों का काम भी प्रभावित हो रहा है। साथ ही सड़क खुदी होने के कारण यहां का ट्रैफिक अन्य सड़कों पर डायरवर्ट हो गया है। इस वजह से अहमद रोड के बैक साइड वाली गली में रोजाना जाम लग रहा है। जाम की वजह से यहां रहने वाली जनता को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
– सड़क खुदी होने से यहां लग रहा जाम
अहमद रोड़ पर यातायात बाधित रहने से जलीकोठी, खैरनगर, घंटाघर, सराफा बजार, नील की गली, घंटाघर से रेलवे रोड जाने वाली सड़क, नगर निगम के सामने देहलीगेट थाने वाली सड़क आदि प्रमुख सड़कों पर जाम लग रहा है। इस दौरान बड़ी आबादी जाम में फंसने को मजबूर है। यहां तक की स्कूली बच्चे भी जाम में फंसकर परेशानी का सामना करते है।
– जिला अस्पताल में आने वाले मरीज भी परेशान
शहर के बीचों बीच स्थित प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल में शहर ही नहीं बल्कि देहात व दूसरे जिलों से भी बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते है। लेकिन जली कोठी और घंटाघर के बीच अहमद रोड बदहाल है। इस वजह से मरीजों को जिला अस्पताल पहुंचने में भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
“स्थानीय लोगों का कहना है नगर-निगम के अधिकारियों ने सड़क बनवानें के नाम पर इसे खुदवा तो दिया है लेकिन तीन माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी सड़क नहीं बनी है। निर्माण कार्य रूका हुआ है। कई बार निगम के अधिकारियों से इसकी शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।”