नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ड्रामा नहीं, डिलीवरी वाली टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि सदनों में मुद्दों को उठाना और उन पर चर्चा करना ड्रामा नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली का एक अभिन्न अंग है। 18वीं लोकसभा और 269वीं राज्यसभा के छठे सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, वायनाड से कांग्रेस सांसद ने जोर देकर कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और गंभीर वायु प्रदूषण जैसे ज्वलंत जनहित के मुद्दों को उठाना ही संसद का मूल उद्देश्य है।
गांधी ने कहा कि कुछ जरूरी मुद्दे हैं। चुनावी स्थिति और प्रदूषण बड़े मुद्दे हैं। आइए इन पर चर्चा करें। संसद किस लिए है? आइए इन पर चर्चा करें। यह ड्रामा नहीं है। मुद्दों पर बोलना और मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं है। ड्रामा चर्चा की अनुमति नहीं देना है।
ड्रामा उन मुद्दों पर लोकतांत्रिक चर्चा नहीं करना है जो जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस बीच, सूत्रों के अनुसार, भारतीय ब्लॉक के दलों ने आज संसद के दोनों सदनों में एसआईआर का मुद्दा उठाने का फैसला किया है। सभी दलों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की है कि एसआईआर को मुख्य एजेंडा माना जाएगा और चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सबसे पहले इस पर बहस की जाएगी।