Friday, September 12, 2025
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रुद्रप्रयाग और चमोली में बादल फटा, अब तक आठ लोगों की मौत, कई लापता

एजेंसी, देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर बादलों ने कोहराम मचा दिया। चमोली, रुद्रप्रयाग, नई टिहरी और बागेश्वर में गुरुवार रात अतिवृष्टि से भूस्खलन में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लापता हैं। बागेश्वर के पोसारी गांव में भूस्खलन से एक भवन ध्वस्त होने से पांच लोगों की मौत की सूचना है। चमोली जिले के देवाल मोपाटा गांव में अतिवृष्टि से एक आवासीय भवन भूस्खलन की चपेट में आने से दंपती की मौत हो गई।

 

रुद्रप्रयाग के बड़ेथ डुंगर तोक में भूस्खलन के बाद एक महिला की जान चली गई, जबकि आठ लोग अभी लापता हैं। इनमें नेपाल के चार श्रमिक भी शामिल हैं। प्रदेश में नदी नाले उफान पर हैं। पौड़ी के श्रीनगर में अलकनंदा नदी का पानी बदरीनाथ हाईवे तक पहुंच गया है। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध हैं।

हल्द्वानी में हल्द्वानी-भीमताल हाईवे रानीबाग के पास भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया है। देहरादून में दूधली के खट्टा पानी क्षेत्र में सुसवा नदी मे सात वर्षीय बालक का शव मिला है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, जिला प्रशासन राहत-बचाव में जुटा है। हरिद्वार में मूसलधार वर्षा ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

चमोली के देवाल क्षेत्र में कालेश्वर में ऊपर पहाड़ से मलबा आया जो लोगों के घरों में घुस गया, जेसीबी मशीन के द्वारा मलवा हटाने का प्रयास किया जा रहा है। चमोली जिले के ज्योर्तिमठ ,देवाल, नारायण बगड, थराली,नन्दा नगर कर्ण प्रयाग, गैरसैंण ,दशोली मै तेज बारिश नदी नाले उफान पर हैं। देर रात तहसील देवाल के मोपाटा में बादल फटने से 2 व्यक्ति तारा सिंह और उनकी पत्नी लापता बताए जा रहे है। विक्रम सिंह और उनकी पत्नी घायल की सूचना मिली है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सोशल मीडिया एक्स पर इस घटना की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा-‘जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, इस संबंध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हूं, आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।

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