शारदा रिपोर्टर मेरठ। विश्व विरासत महाबोधि सहाविहार बौद्धगया का प्रबंधन और नियन्त्रण पूर्ण रूप बौद्धों को सौपने के लिए बौद्ध गया मन्दिर अधिनियम 1949 में सशोधन को लेकर समता सैनिक दल के दर्जनों सदस्य बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपा।
ज्ञापन सौंप रहे सदस्यों ने बताया कि 12 फरवरी 2025 से बिहार प्रदेश के जनपद गया स्थित बौद्ध गया में विश्व विरासत के रुप में दुनिया भर के बौद्धों की आस्था का प्रतीक महाबोधि महाविहार के प्रबंधन और नियन्त्रण पूर्ण रूप से बौद्धों को सीपने के लिए बौद्ध भिक्षु और उपासक बौद्ध गया मन्दिर अधिनियम 1949 में बौद्धों के अलावा अन्य धर्मावलंबियों के शामिल किये जाने वाले प्रावधानों को निष्प्रभावी कराने के लिए निरन्तर धरनारत है।
ज्ञापन सौंप रहे सदस्यों ने अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक धर्म के तीर्थ स्थलों का प्रबंधन और नियन्त्रण और पूजा पाठ उनके अनुयायी द्वारा अपने अपने धर्म की पूजा पद्धतियों द्वारा किये जाने का अधिकार है। इसलिए महाबोधि महाविहार बौद्धगया का प्रबंधन और नियन्त्रण पूर्ण से बौद्धों को सौंपने हेतु बौद्ध गया में धरनारत बौद्ध भिक्षुओं और उपासकों की माँग का समर्थन करते हैं।