- राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपते हुए उपमुख्यमंत्री पर की कार्रवाई की मांग।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव पर टिप्पणी करने के विरोध में मंगलवार को दर्जनों सफाईयों ने कलक्ट्रेट पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए कार्रवाई करने की मांग की।
कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने बताया कि पूरे देश में दो ही महान व्यक्तित्व ऐसे हुए हैं जिनको नेताजी की उपाधि प्राप्त हुई है। उनमें आजाद हिंद फौज के संरक्षक नेताजी सुभाष चंद्र बोस एवं दूसरे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव हैं। मुलायम सिंह यादव ने समाज के गरीब दलित अल्पसंख्यक पिछड़ा व्यापारी किसान छात्र नौजवान महिला एवं मजदूर के अधिकारों की लड़ाई को एक गरीब परिवार से शुरू कर शिखर तक पहुंचाने का काम किया। लेकिन आज उनके निधन के दो साल बाद सांप्रदायिक और आस्था के नाम पर देश के ताने-बाने को क्षति पहुंचाने का काम कर रही प्रदेश की भाजपा सरकार उनका अपमान कर रही है।
सपाइयों ने कहा कि अपमान जनक टिप्पणी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण विभाग स्वास्थ्य विभाग के मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में की गई है। उससे पूरे देश के समाजवादियों, किसान और मजदूर तथा अल्पसंख्यक, दलित पिछड़ा वर्ग में भारी आक्रोश है। करोड़ों लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा किया गया है। लेकिन नेता सदन के सामने अभद्र टिप्पणी करना भारतीय संविधान और विधानसभा सभा के भी सम्मानित सदस्यों का अपमान है। जिसको किसी कीमत पर समाजवादी पार्टी और नेताजी के समर्थक बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने मांग उठाई कि पदम श्री मुलायम सिंह यादव पर अभद्र टिप्पणी करने वाले उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए और उनकी विधानसभा से सदस्यता समाप्त की जाए। अन्यथा समाजवादी पार्टी नेताजी के सम्मान में सड़क से लेकर सदन तक लोकतांत्रिक तरीके से अपना आंदोलन करेगी। जब तक उपमुख्यमंत्री को पद से नहीं हटाया जाएगा, तब तक आंदोलन अनवरत रूप से जारी रहेगा।