– करनाल हाईवे पर किया जा रहा कब्जा, एमडीए के लगाए बोर्ड को भी उखाड़ा
शारदा रिपोर्टर मेरठ। वक्फ बोर्ड की करनाल हाईवे सहित पूरे जिले में हजारों बीघा भूमि पर लगातार भूमाफियाओं का कब्जा होता जा रहा है। हालांकि, संबंधित विभाग के अधिकारी नोटिस देने और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करने की बात तो जरूर कहते दिखाई देते हैं। लेकिन, इन दबंग भू-माफिया पर इन धमकियों का कोई फर्क नहीं पड़ता। जबकि, कई बार विभाग द्वारा बोर्ड तो लगाया जाता है। लेकिन दबंग भू माफियाओं के हाथ इतने मजबूत होते हैं कि, वह सरकारी विभाग द्वारा लगाया गया बोर्ड ही उखाड़कर फेंक देते हैं और एक बार फिर जमीनों पर कब्जा करते हुए वक्त बोर्ड की हजारों बीघे भूमि कब्जा लेते हैं और फिर एक बार निर्माण कार्य शुरू हो जाता है।
शिकायतों के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं होती तो लोगों को विश्वास टूटने लगता है। ऐसे में लगातार घटते मतदान के पीछे विभागीय अधिकारियों की यह निष्क्रियता तो नहीं है। खबरे प्रकाशित होने के बाद विभाग हरकत में आते हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई न होने के चलते भूमाफिया फिर से सक्रिय हो जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला कंकरखेड़ा क्षेत्र के जिटौली रोड स्थित ड्रीम लेंड कॉलोनी पर भूमाफियाओं द्वारा वक्फ बोर्ड की जमीन कब्जाने का सामने आया है। ड्रीम लेंड कालोनी के वक्फ बोर्ड के बड़े भूभाग पर लगातार रात में मिट्टी डाली जा रही है। लेकिन संबंधित विभाग सबकुछ जानते हुए भी अंजान बना बैठा है। मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा लगाया गया बोर्ड भी भूमाफियाओं द्वारा उखाड़ कर फैंक दिया गया है। दबंग भूमाफिया यहां धमकी देते हुये घूम रहे हैं। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर विभाग के अधिकारी चुप हैं। अगर अवैध कंस्ट्रक्शन के बाद शिकायत होती है तो सील लगा दी जाती है, लेनिक सील लगने के बाद भी निर्माण चलता रहता है।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा मेरठ महानगर से भाजपा नेता अफाक सैफी लगातार भू माफिया द्वारा वक्त बोर्ड की जमीन को कब जाने के लिए आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने एमडीए से लेकर जिलाधिकारी और मंडलायुक्त तक से इस मामले की शिकायत की है। लेकिन भूमाफियाओं के हाथ इतने बड़े हैं कि उन्होंने इस जमीन को कब्जामुक्त नहीं किया। हालांकि संबंधित विभाग जरूर इन भू माफिया पर कार्यवाही करने और वक्त बोर्ड की जमीन को कब्जा मुक्त करने की बात कह रहा हो, लेकिन फिलहाल ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा।
आफाक सैफी द्वारा पूर्व में की गई शिकायत के बाद प्रशासन ने यहां कार्रवाई की और एमडीए ने भी यहां पर निर्माण न करने का बोर्ड लगा दिया। लेकिन चुनाव आचार संहिता लगते ही भूमाफिया फिर से सक्रिय हो गए। उन्होंने यहां पर न केवल मिट्टी बल्कि निर्माण सामग्री डालकर यह दिखाना शुरू कर दिया कि यह जमीन उनकी है। इस मामले में चुनाव के दौरान भी जिलाधिकारी से शिकायत की गई, लेकिन अभी तक भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
लुट जाएंगे प्लॉट लेने वाले
भूमाफिया यहां पर रास्ता, विद्युत पोल आदि तैयार कर प्लॉटिंग कर उन्हें बेचकर भाग जाएंगे। लेकिन इसके बाद जब विभागीय कार्रवाई होगी तो सीधे-सादे लोग लुटे हुए नजर आएंगे। लेकिन इन लोगों को लुटने से बचाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई सख्त कार्रवाई की पहल अब तक होती नजर नहीं आ रही है।
सत्ता के दबाव में चलता है यह खेल
वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जा का खेल कोई नया नहीं है। पहले भी कंकरखेडा क्षेत्र में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। सूत्रों की मानें तो भूमाफियाओं के ऊपर सत्ता पक्ष का हाथ रहता है। हालांकि जिसकी सरकार होती है, ये भूमाफिया उसी में अपना आका ढूंढकर सरकारी जमीनों को कब्जाने में लग जाते हैं। इस समय भी इन भूमाफियाओं को सत्ता पक्ष के ही कुछ लोग संरक्षण दे रहे हैं।
चुनाव बाद मुख्यमंत्री से की जाएगी शिकायत
भाजपा नेता आफाक सैफी का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसलिए अब वह चुनाव के बाद इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे।