शारदा रिपोर्टर मेरठ। पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज के पासपोर्ट के मामले में एसपी सिटी मेरठ ने जांच शुरू कर दी है।
गुरुवार को बयान की कार्रवाई शुरू की गई। पासपोर्ट कार्यालय से भी फिरोज के पासपोर्ट को लेकर कार्रवाई शुरू करने वाले कर्मचारी के संबंध में जानकारी मांगी है। अफसरों का मानना है फिरोज के पासपोर्ट नवीनीकरण के दौरान पासपोर्ट कार्यालय और मेडिकल थाने में सेटिंग की गई थी।
याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज ने 4 अगस्त को दुबई जाने का प्रयास किया था। फिरोज का रेड कॉर्नर नोटिस है, दिल्ली हवाई अड्डे पर उसे रोक दिया गया और मेरठ पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम और बेटे इमरान के पासपोर्ट कोर्ट में जमा हैं, जबकि फिरोज का पासपोर्ट उस समय एक्सपायर हो चुका था, इसलिए उसे कोर्ट में जमा नहीं कराया गया। बाद में भूरा ने पासपोर्ट का नवीनीकरण
करा लिया।
फिरोज पक्ष ने पासपोर्ट कार्यालय में सेटिंग की। पासपोर्ट कार्यालय में आवेदन किया और सराय बहलीम का पता पासपोर्ट में होने के बावजूद रिपोर्ट मांगने के लिए कोतवाली थाने की जगह रिपोर्ट मेडिकल थाने को ईमेल भेजी गई। रिपोर्ट के लिए मार्च 2024 में मेडिकल थाने में तैनात दरोगा रतिभान को जांच आवंटित की गई थी।
भूरा पक्ष ने मेडिकल थाने में सेटिंग कुरा ली। यहां दरोगा रतिभान की आईडी औरपासवर्ड का इस्तेमाल करते हुए थाने के टेबलेट से फिरोज के पासपोर्ट के नवीनीकरण की रिपोर्ट को सत्यापित कर पासपोर्ट कार्यालय भेज दिया। फिरोज के पासपोर्ट पर नवीनीकरण की मुहर लग गई। खुलासा होने के बाद एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा ने एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह को जांच दी है।