- कांशीराम जन्म दिवस समारोह पर विचार गोष्ठी का आयोजन।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित मान्यवर कांशीराम शोध पीठ के तत्वाधान में मान्यवर कांशीराम जी के जन्मदिवस के अवसर पर सतत विकास लक्ष्म: गरीबी उन्मूलन एवं भुखमरी विषय पर एक राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कांशी राम भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण नेता और दलित उत्थान के लिए संघर्षरत समाज सुधारक थे एवं समानता और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्ध थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में बोलते हुए मेरठ के पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की मुख्य चिन्ताओं पर सार्थक रूप में कार्य करने वाले कांशीराम भारतीय राजनीति के लिए एक संपत्ति है। कांशी राम के समानता एवं समता रूपी विचारो की जमीनी हकीकत को समझाने के लिए विभिन्न प्रसंगों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि काशीराम का काम अधुरा रह गया लेकिन इस कोई न कोई आवश्य पूरा करेगा। उन्होंने अपने सन्देश में अप्पो दीपो भव पर विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रभात कुमार रॉय, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी ने कांशी राम की सादगी पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सादगी ही भारतीय संस्कृति है। उन्होंने युवा वर्ग से मान्यवर कांशी राम जी के आचार विचारों पर चलने की सलाह दी। उन्होंने समाज की विभिन्न बुराइयों पर चर्चा करते हुए इसके व्यावहारिक समाधान की चर्चा की। विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ चरण सिंह लिसाडी ने मान्यवर कांशी राम जी के विचारों की गहराई की चर्चा करते हुए उनके उच्च विचारों के वर्तमान समय में महत्त्व को स्पष्ट किया।
प्रो निवेदिता कुमारी, प्राचार्य, आर जी पी जी कॉलेज ने विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कांशी राम के चिंतन की प्रक्रिया एवं समय तथा वातावरण के महत्त्व को स्पष्ट किया। उन्होंने कांशी राम जी के राजनैतिक जीवन, चेतना के स्तर, दर्शन एवं दार्शनिकता को स्पष्ट किया। श्री के के जैन कॉलेज खतौली से आये डॉ राजीव कौशिक ने व्यावहारिकता, सादगी एवं ऊर्जा रूपी प्रकाश एवं समय के महत्त्व को स्पष्ट किया। उन्होंने विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से समय के उपयोग पर चर्चा करते हुए कांशी राम जी के विभिन्न प्रसंगों पर विस्तृत चर्चा की। बनबसा उत्तराखंड से आये डॉ सुधीर मलिक ने कांशी राम के राजनैतिक महत्त्व पर चर्चा के दौरान विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन मान्यवर कांशी राम शोध पीठ के निदेशक प्रो दिनेश कुमार ने की। प्रो दिनेश कुमार ने कांशी राम को भारत की राजनीति का अग्रदूत कहा।
कार्यक्रम में प्रो जीतेन्द्र गोयल, डॉ सी पी सिंह, डॉ विजय कुमार राम, डॉ मनोज जाटव, डॉ अनिल कुमार, डॉ प्रवीण कुमार, डॉ डी के मालिक, डॉ सतपाल सिंह, रविन्द्र कुमार, डॉ राहुल प्रकाश, देवेन्द्र सिंह, प्रशांत शर्मा, अर्जुन शर्मा एवं विभिन्न सामाजिक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।