– अवैध रूप से बने अस्पताल में लिफ्ट गिरने से हुआ था बड़ा हादसा, मुकदमा है दर्ज
शारदा रिपोर्टर मेरठ। आवास विकास के इंजीनियर जल्द ही एल ब्लॉक स्थित कैपिटल हॉस्पिटल में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर सकते हैं। जिससे हॉस्पिटल संचालकों में खलबली मची हुई है। आवास विकास इंजीनियर एसपी सिंह का कहना है कि, जांच में सामने आया है कि, हॉस्पिटल पूरी तरीके से अवैध बना हुआ है। जल्द ही हॉस्पिटल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एल ब्लॉक स्थित शास्त्रीनगर कैपिटल हॉस्पिटल में पांच दिसंबर को लिफ्ट गिरने से सैन्यकर्मी अंकुश मावी की पत्नी करिश्मा हूण की मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया। नौचंदी थाने में संचालक समेत कई लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल को सील कर दिया था। डीएम ने चार सदस्यीय टीम बनाई। जिसमें सिटी मजिस्टेट अनिल कुमार, डिप्टी सीएमओ महेश चंद्रा, सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार, संयुक्त विद्युत सुरक्षा निदेशक पुलकित कुमार रहे।
जांच समिति ने हॉस्पिटल प्रबंधन की गलती मानी। जांच समिति को जांच में मिला था कि हॉस्पिटल का नक्शा, सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएमओ ने बीते सोमवार को हॉस्पिटल का लाइसेंस कैंसिल कर दिया। नोटिस देकर 26 बिंदुओं पर हॉस्पिटल से जवाब मांगा है।
वहीं, आवास विकास इंजीनियरों का कहना है कि आवासीय भवन में कैपिटल हॉस्पिटल का संचालन हो रहा है। हॉस्पिटल संचालक को नोटिस जारी कर दिया गया है। शीघ्र ही इसके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।