शारदा रिपोर्टर मेरठ। विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर डीजे एंड साउंड सिस्टम समिति के दर्जनों सदस्य मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक शिकायत पत्र सौंपते हुए बताया कि, कुछ पार्टिया 10 के बाद जबरदस्ती डीजे बजवाते हैं, तो कानूनी कार्रवाई डीजे पर होती है जबकि, डीजे बजाने वाले पर कार्रवाई न होकर पार्टी वालों पर होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि, सभी डीजे वाले भाई प्रशासन की गाइडलाइन व ऐसोसिएशन की गाइडलाइन के हिसाब से काम करना चाहते है और जो गाइडलाइन के हिसाब से काम नहीं करेगा उन सबके ऊपर कारवाई करने में संगठन की मदद की जाए। बताया कि, हर यात्रा या त्यौहार के टाइम पर पुलिस डीजे वालों को मीटिंग के लिए धाने पर बुलाया जाता है। जबकि, डीजे एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष या एसोसिएशन के किसी मेंबर से संपर्क कर के एक जिला स्तर की मीटिंग का आयोजन करें।
क्योंकि जब पुलिस हमें मीटिंग के लिए घर पर बुलाने आती है, तो हमें एक व्यापारी ना समझ कर बदमाश प्रवृत्ति के व्यक्तियों जैसा व्यवहार किया जाता है। जिस कारण आस पड़ोस के लोग भी हमें उसी नजर से देखते हैं।
डीजे संगठन से जुड़े सभी डीजे वाले संगठन व पुलिस की गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना चाहते हैं। मगर कुछ सोशल मीडिया कर्मी व पूटुबर धार्मिक यात्राओं को लेकर पब्लिक को भड़काने का काम करते हैं। ऐसे लोगों पर कानूनी करवाई की जाए। जिससे कि भविष्य में हमारे व्यापार व धार्मिक यात्राओं में लड़ाई झगड़े का असर ना पड़े।