- बच्चों में बढ़ रही बिहेवियर डिसआॅर्डर, लैंग्वेज डेवलपमेंट और सोशलाइजिंग की समस्याएं।
डिजिटल डिवाइस से गर्भ में पल रहे बच्चे बन रहे साइलेंट विलेन !
कोर्टिसोल का असर: स्ट्रेस के कारण मां के शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन की अधिकता हो जाती है। इससे बच्चे के भावनात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
1.बिहेवियर डिसआॅर्डर-पांच साल तक के बच्चों में चिड़चिड़ापन, लेक आॅफ फोकस, सोशलाइजिंग में कमी जैसी समस्याएं पाई गईं।
मोबाइल और वाई-फाई से निकलने वाला रेडिएशन भू्रण के विकासशील मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है। इससे न्यूरल कनेक्शन कमजोर होकर बच्चे की
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