- 17 जिलों के क्राइम कंट्रोल को देखने के साथ ही पंचायत चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों संग करेंगे मंथन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। पंचायत चुनाव से पहले सीएम योगी पश्चिमी यूपी को मंथने आ रहे हैं। चार अगस्त सोमवार को सीएम वेस्ट यूपी में पूरे 24 घंटे बिताएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों से मिलेंगे। अफसरों के साथ विकास कार्यों, सरकारी योजनाओं और कानून की समीक्षा बैठक करेंगे। वहीं, मेरठ में मुख्यमंत्री जनसभा को संबोधित भी करेंगे। नए डवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास, भूमिपूजन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लोकसभा चुनाव के बाद मेरठ का पहला दौरा है। हालांकि चार अगस्त की सुबह वह सहारनपुर पहुंच गए और वहां पर कई परियोजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही सहारनपुर मंडल की समीक्षा बैठक के साथ ही जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंथन किया।
इसके बाद वह आज दोपहर बाद मेरठ पहुंचे। जहां पर उन्होंने मोहिउद्दीनपुर में बनने वाली न्यू टाउनशिप का भूमि पूजन किया। इसके बाद वह जनसभा को भी संबोधित करेंगे। यहां पर करीब तीन हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई।
समीक्षा बैठक में करेंगे मंथन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरठ मंडल के जनपदों के विकास कार्यों, सरकारी योजनाओं, परियोजनाओं और कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही रात्रि प्रवास के दौरान भाजपा और रालोद के जनप्रतिनिधियों से वार्ता के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों के साथ ही ही आगामी पंचायत चुनाव को लेकर भी मंथन करेंगे।
सुबह अलीगढ़ के लिए होंगे रवाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात्रि प्रवास के बाद मंगलवार सुबह अलीगढ़ के लिए प्रस्थान करेंगे। अलीगढ़ के बाद मंगलवार को ही वह आगरा भी जाएंगे।
चार मंडलों को दो दिन में कवर करेंगे
सीएम चार अगस्त को सहारनपुर मंडल के 3 जिले और मेरठ मंडल के 6 जिलों, 5 अगस्त को अलीगढ़ मंडल के 4 और आगरा मंडल के भी 4 जिलों की समीक्षा बैठक करेंगे।
बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है यह दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद कहीं न कहीं जहां कानून व्यवस्था बिगड़ी है, तो लोगों में जनप्रतिनिधियों और सरकारी तंत्र को लेकर भी असंतोष पनप रहा है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ इस दौरे के दौरान धरातल भी दावों की हकीकत को परख सकते हैं। जिसमें सबसे ज्यादा दिक्कत नगर निगम के सामने आ सकती है। क्योंकि इस समय नगर निगम आम जनता ही नहीं बल्कि भाजपा नेताओं के भी निशाने पर हैं। जिसमें भ्रष्टाचार से लेकर आम जनता के हितों से खिलवाड़ जैसे तमाम मुद्दे जुडे हुए हैं।