अहमदाबाद: भारत की फामेर्सी शिक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अहमदाबाद में फामेर्सी काउंसिल आफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष मोंटू पटेल के जुंडाल बंगले पर छापा मारा। यह हाई-प्रोफाइल कार्रवाई कई राज्यों, खासकर महाराष्ट्र में फामेर्सी कॉलेजों की मान्यता के आसपास कथित रिश्वतखोरी और अनियमितताओं की एक बड़ी जांच का हिस्सा है। सूत्रों ने पुष्टि की है कि पटेल अपने दिल्ली कार्यालय और आवास दोनों पर कथित तौर पर रिश्वत लेने के लिए जांच के दायरे में हैं। हालांकि पटेल को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया है, लेकिन छापे से मिले सबूतों को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
नाम न बताने की शर्त पर सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि पटेल के कार्यकाल में कॉलेज की मान्यताएं पैसे लेकर बेची जा रही थीं। फर्जी प्रविष्टियां, पिछली तारीख से मंजूरी और जीपीएससी में हेराफेरी, ये सब उस रैकेट का हिस्सा हैं जिसका हम अब पदार्फाश कर रहे हैं। जांचकर्ता ने खुलासा किया कि गुजरात लोक सेवा आयोग प्रणाली में फर्जी आवक संख्या, पिछली तारीख की प्रविष्टियाँ और छेड़छाड़ की गई फाइलें कथित तौर पर पटेल और उनके सहयोगियों को पीसीआई में वरिष्ठ पदों पर पदोन्नत करने के लिए इस्तेमाल की गईं। अधिकारियों का मानना है कि इन हेरफेरों ने भ्रष्ट प्रथाओं की रक्षा के लिए एक शक्तिशाली आंतरिक नेटवर्क बनाने में मदद की।