- एनसीईआरटी पुस्तकों का अध्ययन करने की दी सलाह।
- विद्यार्थियों को समय के अंतर्गत करियर का निर्माण बनाना चाहिए।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। इतिहास विभाग, चौधरी चरण सिंह विवि, मेरठ में विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने एवं करियर से संबंधित समस्याओं के निदान करने के उद्देश्य से एक करियर काउंसलिंग कार्यशाला का आयोजन विवि सेवायोजन सूचना एवं मंत्रणा केंद्र, एवं इतिहास विभाग, चौधरी चरण सिंह विवि, मेरठ के संयुक्त तत्वावधान मे किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता विभाग अध्यक्ष प्रो के के शर्मा ने की। कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रो अर्चना सिंह, विभाग अध्यक्ष इतिहास विभाग, मेरठ कॉलेज, मेरठ एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. पंकज शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, एनएएस कॉलेज, मेरठ रही। मुख्य वक्ता प्रो0अर्चना शर्मा ने इतिहास एवं पुरातत्व के क्षेत्र में रोजगार के अवसर के बारे में विस्तार से विद्यार्थियों को बताया उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में इतिहास एवं पुरातत्व के क्षेत्र में करियर बनाने के बहुत सारे अवसर मौजूद हैं। इस विषय का चयन करके मंजिल को प्राप्त सकते विद्यार्थियों को चाहिए कि वह इस विषय के प्रति अपनी रुचि जागृत करें। और एनसीईआरटी पुस्तकों का अध्ययन करें।
सिविल सर्विस एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए इतिहास विषय की भी बहुत अधिक भूमिका है। करियर काउंसलर पंकज शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों को समय के अंतर्गत करियर का निर्माण बनाना चाहिए और कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। सतत परिश्रम से ही सफलता निर्धारित होती है और कहा कि भारत में रोजगार के विभिन्न अवसर मौजूद हैं तथा समय-समय पर सरकारी नौकरियों हेतु विज्ञप्ति संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली एवं विभिन्न राज्यो के लोक सेवा आयोग द्वारा रिक्तियां प्रकाशित होती रहती है इसके लिए रोजगार समाचार, समाचार पत्रों का नियमित रूप से अवलोकन करने की विद्यार्थियों को सलाह दी गई।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अगर संपूर्ण समर्पणता के भाव से और लगन के साथ अगर तैयारी करें तो वह किसी भी क्षेत्र में निश्चित ही सफल हो सकते हैं। ललित कुमार, लाइब्रेरियन ने विश्वविद्यालय सेवायोजन सूचना एवं मंत्रणा केंद्र एवं करियर काउंसलिंग सेंटर की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से अवगत कराया। साथ ही संचालित विभागीय योजनाओं एवं पंजीकरण के बारे मे विस्तार से बताया यह भी बताया कि दृढ़ इच्छाशक्ति, बुलन्द इरादो से कोई भी कठिन कार्य सहज तरीके से किया जा सकता है।
उन्होंने समय प्रबन्धन के बारे में भी बताया। सफल होने के लिए समय प्रबंधन की भी बहुत बड़ी भूमिका है। इस अवसर पर प्रो के के शर्मा ने सभी अतिथिगण का आभार व्यक्त किया। विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग करते हुए कैरियर संबंधी प्रश्न पूंछे जिसके उत्तरों से विद्यार्थी संतुष्ट भाव से नजर आए। कार्यशाला का संचालन डॉ मनीषा त्यागी ने किया। इस अवसर पर डॉ कुलदीप त्यागी, योगेश मोरल एवं अन्य अध्यापक उपस्थित रहे।