लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे 1.48 करोड़ विद्यार्थियों को सात नवंबर से हर गुरुवार अतिरिक्त पोषाहार के वितरण की शुरूआत होगी। ऐसे में मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की ओर से सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पैक्ड यानी डिब्बा बंद गजक, गुड़-मूंगफली व तिल की चिक्की, भुने हुए चने, रामदाना व बाजरे के लड्डू इत्यादि का ही वितरित करें। वहीं भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की मुहर व एक्सपायरी तारीख को देखकर ही वितरण करना होगा।
मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की निदेशक कंचन वर्मा की ओर से सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अतिरिक्त पोषाहार के वितरण में पर्याप्त सावधानी बरतें। खाद्य सामग्री का भंडारण उचित प्रकार से किया जाए, निर्धारित मानक के अनुसार खाद्य सामग्री का वितरण किया जाएगा, मां समूहों व विद्यालय प्रबंधन समिति को इसके माध्यम से जानकारी दी जाए।
जिला व ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स का गठन कर इसके वितरण का व्यापक निरीक्षण किया जाए। पांच रुपये प्रति छात्र की दर से विद्यालयों को इस अतिरिक्त पोषाहार के वितरण के लिए धनराशि भी गई है। पीएम पोषण योजना के तहत विद्यार्थियों का बेहतर स्वास्थ्य बनाने के लिए उन्हें पोषण की यह अतिरिक्त डोज दी जाएगी। फिलहाल अब साप्ताहिक मेन्यू में हर गुरुवार को उन्हें भोजन के साथ-साथ यह अतिरिक्त पोषाहार भी दिया जाएगा।
बता दें कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए भी सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पैक्ड यानी डिब्बा बंद गजक, गुड़-मूंगफली व तिल की चिक्की, भुने हुए चने, रामदाना व बाजरे के लड्डू इत्यादि का ही वितरित करें।