- अधिकारियों की लापरवाही का दंश झेल रहा सरकारी खजाना, जर्जर हो रहे बसों के शेल्टर शेड।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर के अधिकांश इलाकों में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन यानी (जेएनएनयूआरएम) के तहत रोडवेज सिटी बसों के शेल्टर लाखों रुपए की लागत से बनाए गए थे। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) ने आठ करोड़ रुपये से शेल्टरों का कायाकल्प किया। लेकिन, लोगों ने इन्हें भी नहीं छोड़ा। लाखों रुपए की लागत से बनाए गए बस स्टॉप के आगे लोगों ने अपनी गाड़ियां खड़ी कर दी। जिसके चलते अब बस का इंतजार कर रहे राहगीरों को सड़कों पर ही खड़ा होना पड़ रहा है।