– एडीएम भूमि अध्यापित से लेकर एसीएम ब्रह्मपुरी तक के आॅफिस होंगे ध्वस्त – 32 लाख रुपये में छोड़ा ध्वस्तीकरण का ठेका, तीन मंजिला बनेगी नई इमारत
शारदा रिपोर्टर, मेरठ– कलक्ट्रेट परिसर में अब अंग्रेजों के जमाने के दफ्तर सिफ पुरानी यादों में रहेंगे। क्योंकि जर्जर हो चुके इन भवनों को तोड़ने का ठेका छोड़ा जा चुका है और चंद दिनों में ही इनका ध्वस्तीकरण शुरू हो जाएगा। इसके बाद यहां पर तीन मंजिला इमारत खड़ी होगी। जिसमें सभी प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय होंगे।
कलक्ट्रेट परिसर में घुसते ही बांये हाथ के रास्ते पर जो भवन हैं, वो अंग्रेजों के जमाने के हैं। इनकी बनावट और कुछ व्यवस्थाएं आज भी उस पुरानी यादों को ताजा करती हैं। लेकिन हर साल मरम्मत के बाद भी अब ये भवन पूरी तरह जर्जर स्थिति में आ चुके हैं और कभी भी गिर सकते हैं। ऐसे में इनके ध्वस्तीकरण और नई इमारत बनाने के लिए शासन से प्रस्ताव के साथ ही धन भी स्वीकृत हो चुका है। यह भवन राज्य निर्माण निगम द्वारा बनाया जाएगा।
इन कार्यालय भवनों का होगा ध्वस्तीकरण
कलक्ट्रेट परिसर स्थित अपर जिलाधिकारी भूमि अध्यापित, एसीजेएम, एसओसी चकबंदी, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अपर जिलाधिकारी नगर, जिला अभियोजन कार्यालय, एसीएम रेलवे रोड, एसीएम ब्रह्मपुरी और सिविल डिफेंस का कार्यालय शामिल है।
32 लाख में छोड़ा ठेका
इन सारे भवनों के ध्वस्तीकरण का ठेका जिला प्रशासन की तरफ से 32 लाख रुपये में छोड़ा गया है। ठेकेदार को इन सारे भवनों को ध्वस्त करने के साथ ही इसका मलबा भी साफ करके खाली प्लॉट निर्माण एजेंसी को हैंडओवर करना होगा। सूत्रों के अनुसार उम्मीद की जा रही है कि अगले सप्ताह इन भवनों के ध्वस्तीकरण का काम शुरू हो जाएगा।
तीन मंजिला बनेगा भवन
अभी तक जो सामने आ रहा है यह भवन तीन मंजिला बनेगा। भूतल पर जहां पार्किंग की व्यवस्था होगी। वहीं प्रथम तल पर अधिकारियों के कार्यालय और दूसरे तल पर उनसे संबंधित विभागीय बाबुओं के कार्यालय बनेंगे।
कार्यालय होंगे शिफ्ट
ध्वस्तीकरण से पहले सभी कार्यालयों की शिफ्टिंग का काम शुरू हो चुका है। इनमें फिलहाल अपर जिलाधिकारी भूमि अध्यापित का कार्यालय शास्त्रीनगर स्थित आवास एवं विकास परिषद के भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। जबकि एडीएम सिटी का कार्यालय एडीएम न्यायिक की कोर्ट में शिफ्ट होगा। जबकि एसीजेएम का कार्यालय अब पूर्ण रूप से न्यायिक परिसर में शिफ्ट हो जाएगा। जबकि जिला अभियोजन कार्यालय इस वक्त खाली पड़े मनोरंजन कर विभाग के कार्यालय में शिफ्ट होगा। क्योंकि मनोरंजन कर विभाग अब जीएसटी में समायोजत हो चुका है और उसका कार्यालय भी जीएसटी विभाग में चला गया है। इसके अलावा दोनों एसीएम के कार्यालय भी आबकारी विभाग के खाली कार्यालयों में शिफ्ट होंगे। नई इमारत के निर्माण तक इन सभी विभागों के अधिकारी और बाबू यहीं से काम संचालित करेंगे।