ब्रासीलिया। अमेरिका और ब्राजील के बीच भी टैरिफ को लेकर खींचतान जारी है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आॅफर को ठुकरा दिया है जिसमें ट्रंप ने कहा था कि लूला उनसे कभी भी टैरिफ के मुद्दो पर बात कर सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते बिगड़ गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को कहा था कि वो कभी भी कॉल करके टैरिफ पर चर्चा कर सकते हैं। इस पर राष्ट्रपति लूला ने कहा कि इससे अच्छा वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कॉल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि ब्राजील अपने हितों की रक्षा के लिए विश्व व्यापार संगठन सहित सभी उपलब्ध संसाधनों और विकल्पों का उपयोग करेगा।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने कहा कि उनकी सरकार ब्रिक्स भागीदारों सहित अन्य देशों के साथ विदेशी व्यापार को मजबूत करने के लिए पहले से ही कदम उठा रही है। ब्रासीलिया में एक कार्यक्रम में बोलते हुए लूला ने कहा, 2025 में, हम अपने हितों की रक्षा के लिए हळड से लेकर सभी संभावित उपायों का सहारा लेंगे। ट्रंप ने धमकी दी है कि ब्रिक्स नीतियों का समर्थन करने वाले देशों पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा।
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, रिपब्लिकन पार्टी की भारतवंशी नेता निक्की हेली ने डोनाल्ड ट्रंप को नसीहत दी है। हेली ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा भारत को रूस से तेल नहीं खरीदना चाहिए। लेकिन चीन, जो हमारा एक विरोधी है और रूसी व ईरानी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है, उसे 90 दिनों के लिए टैरिफ में ढील दी गई है। चीन को छूट ना दें और भारत जैसे मजबूत सहयोगी के साथ अपने रिश्ते खराब ना करें।