– भ्रष्ट हैं मेरठ सदर तहसील के अधिकारी और कर्मचारी!
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सदर तहसील के गांव पांचली में 20 बीघा सरकारी जमीन को तहसील के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से विद्या कॉलेज के प्रदीप जैन के नाम करने के आरोप में भाकियू इंडिया के कार्यकतार्ओं का अनिश्चितकालीन धरना तहसील परिसर में जारी है। उनका कहना है कि जब तक हमारी शिकायत पर ठोस कार्रवाई शुरू नहीं होती है हमारा धरना जारी रहेगा।

भाकियू इंडिया के युवा मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद विकल ने बताया कि हमने अपनी 12 बिंदुओं का एक मांग पत्र तहसील अधिकारियों को सौंपा है। लेकिन हमारे उन बिंदुओं पर ये जांच करने को राजी नहीं है। हमारी मांग ये है कि इनपर जांच होनी चाहिए और जांच में अगर यह पाया जाता है कि जमीन पर जिसका कब्जा है वह दोषी है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

आनंद विकल ने आरोप लगाया कि तहसील अधिकारी उस पूंजीपति जिसने कब्जा किया है उससे मिले हुए है। हमारे पास जो नायब वार्ता के लिए आए थे वह भी बिना किसी जांच और कागज के हमारे बीच पहुंचे ऐसे में प्रबंधन सिर्फ अपनी गलती को छिपाने का काम कर रहा है।
किसानों द्वारा सदर तहसील में एसडीएम आॅफिस के सामने ही कढ़ाई चढ़ाकर खाना बनाया जा रहा है। उनका कहना है कि हम किसी व्यक्ति विशेष या अपनी समस्या को नहीं बल्कि सरकारी संपत्ति पर कब्जे की समस्या लेकर आए हैं जिसका समाधान कराने के बाद ही हम यहां से उठेंगे।
किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री मंच से भी यह घोषणा करते हैं कि सरकारी भूमि पर कब्जा करने वाले लोगों पर बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी। हम ये पूछना चाहते हैं कि क्या सिर्फ असलिए कि वह लोग भाजपा से जुड़े है तो उनपर कार्रवाई नहीं की जा रही है। हाईकोर्ट का भी आदेश है कि ऐसी भूमि को 15 दिन में कब्जा मुक्त किया जाना चाहिए इसके बाद भी तहसील अधिकारी मौन हैं।



