- ईयरफोन लगाकर जा रहे भाई ट्रेन से कटे,
- ट्रैक पर बिखरे शरीर के टुकड़े, बिजनौर में कोचिंग से लौट रहे थे।
बिजनौर। रेलवे ट्रैक पार करते समय दो चचेरे भाई ट्रेन की चपेट में आ गए। करीब 20 मीटर तक दोनों भाइयों के शव टुकड़ों में बिखर गए। एक का एक हाथ और पैर कटकर अलग हो गया था, जबकि दूसरे भाई का सिर फट गया था। किसी तरह उनके शवों के टुकड़ों को बटोरा गया। भाइयों का शव देख दोनों के पिता रोते-रोते बेसुध हो गए। दोनों भाई बीएससी फर्स्ट ईयर में पढ़ते थे, रात में कोचिंग से लौट रहे थे। कान में ईयरफोन लगाकर मोबाइल चलाते हुए रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। तभी अचानक चंडीगढ़ एक्सप्रेस आ गई। आवाज सुनाई नहीं दी। दोनों भाई ट्रेन की चपेट में आ गए।
घटना धामपुर थाना क्षेत्र के गांव मोहड़ा के पास रात साढ़े 8 बजे की है। सूचना पर आरपीएफ और थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। जेब से मिले आईकार्ड से दोनों की पहचान शिवम (20) और प्रिंस (19) के रूप में हुई है। दोनों इकलौते थे, अब परिवार में सिर्फ बहनें बची हैं।
गांव मोहड़ा निवासी भूदेव और सुनील सगे भाई हैं। शिवम के पिता भूदेव ने बताया- मेरा बेटा शिवम और भतीजा गोलू स्योहारा रोड स्तिथ लक्ष्य कॉलेज में इरउ फर्स्ट ईयर में पढ़ते थे। दोनों शाम 5 बजे कोचिंग गए थे। वहां से रात 9 बजे लौट रहे थे। मेरे गांव मोहड़ा के पास से रेलवे ट्रैक गुजरा है। लोगों ने बताया है कि दोनों कान में हेडफोन लगाकर मोबाइल चलाते हुए रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। तभी धामपुर की तरफ से आ रही चंडीगढ़ एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
वहां मौजूद लोगो ने ट्रेन गुजरने के बाद शोर मचाया। जीआरपी को सूचना दी गई। जीआरपी और धामपुर सीओ अभय कुमार पाण्डेय मौके पर पहुंचे। पुलिस की सूचना पर हम परिवार के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों बच्चों के शव ट्रैक के किनारे टुकड़ों में पड़े हुए थे।
आज सुबह 10 बजे दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो पूरे गांव में मातम छा गया। उसी रेलवे ट्रैक से होकर दोनों की अर्थी श्मशान घाट तक ले जाई गई। इस दौरान शिवम और गोलू की मां व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
धामपुर सीओ अभय कुमार पाण्डेय ने बताया कि दोनों मोहड़ा गांव के पास हादसा हुआ है। दोनों मृतक मोहड़ा गांव के रहने वाले थे। घटना उस समय हुई जब वे रेलवे ट्रैक पार कर अपने घर जा रहे थे। मृतकों के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया है। इसलिए दोनों के शव उन्हें सौंप दिए गए हैं।


