Wednesday, June 18, 2025
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बेसिक शिक्षा स्कूल के बच्चे दे रहे तनावमुक्त रहने का संदेश

  •  व्यस्त जीवन शैली में कैसे रहे तनावमुक्त
  •  जीवन में योग का है अहम योगदान

प्रेमशंकर, मेरठ। आज के तनाव भरे जीवन में आम आदमी के पास खुद के लिये ही समय नहीं बचा है। घर से लेकर आॅफिस व कारोबार से लेकर शिक्षा तक हर तरफ किसी न किसी बात को लेकर तनाव रहता है। यह तनाव ही इंसान को दिल व मानसिक रोगी बना रहा है। यदि आपने अपने जीवन से तनाव को निकाल दिया तो फिर इससे बड़ी सौगात कुछ और नहीं हो सकती।

 

 

वहीं तनावमुक्त रहने में सबसे कारगर कुछ है तो वह है योग। अगर योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल कर लिया जाए तो काफी हद तक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही यदि इसकी शुरूआत बचपन से ही हो जाए तो यह पूरी जिंदगी आपके काम आता है। यही संदेश दे रहे है बेसिक शिक्षा विभाग के आधीन आने वाले प्राथमिक विद्यालय छिलौरा के कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चे।

– कुछ समय में दिल के दौरे से मौत के मामलों में हुआ है इजाफा

बीते लगभग दो सालों से मेरठ समेत पूरे देश व विदेशों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके है जिनमें किसी को भी अचानक दिल का दौरा पड़ा हो और उसे बचाया न जा सका। इसी तरह कई मामलों में ब्रेन हैमरेज भी मौत की वजह बनता पाया गया है। इन दोनों ही मामलों के लिए तनाव सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। जितने भी लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने या ब्रेन हैमरेज से हुई है उनके परिजनों या रिश्तेदारों ने इस बात को स्वीकार किया है कि मौत से पहले मरने वाला किसी न किसी रूप से तनाव में रहता था।

– तनाव से बचने के लिए योग जरूरी

तनावमुक्त जीवन जीने के लिए इंसान को अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव करना जरूरी है। इसके लिए रोजाना कुछ समय योग के लिए निकाला जाए तो यह काफी कारगर साबित हो सकता है। यह पूरी दुनिया मानती है कि योग ही वह जरिया है जिससे आम आदमी न सिर्फ अपने को शारीरिक रूप से स्वस्थ बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रख सकता है। इसी लिए जहां तक हो सके योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें।

– बच्चों को बचपन से ही डाले योग की आदत

स्वस्थ जीवन के लिये योग एक ऐसा जरिया है जिसका नियमित पालन किया जाए तो कई बड़ी और गंभीर बीमारियों से इंसान अपने आप को बचा सकता है। वहीं यदि आज की पीढ़ी को बचपन से ही इसकी आदत डाली जाए तो आने वाले समय मेंं यह उसके लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा।

इसलिये अपने बच्चों को अभी से रोजाना योग के प्रति जागरूक करें। यही संदेश देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के एक स्कूल ने इस मुहिम की शुरूआत की है जो सभी कि लिए प्रेरणादायक है।

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