शारदा रिपोर्टर मेरठ। करनावल गांव में नागा साधुओं की गद्दी स्थित है। यहां कांवड़ यात्रा के दौरान 26 भंडारों का आयोजन किया जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में नागा साधुओं की परंपरा पुरा महादेव मंदिर की स्थापना से ही चली आ रही है। गांव के जिला प्रमुख संयोजक निखिल शर्मा ने बताया कि कांवड़ मार्ग पुरा महादेव तक जाता है। उन्होंने कहा कि अन्य समुदाय के लोगों द्वारा कांवड़ियों की सेवा को लेकर आपत्ति है। उनका मानना है कि यह सिर्फ दिखावा है, जैसे टोपी पहनकर केले या फ्रूटी बांटना।
अनुज बजरंगी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और बजरंग दल के कार्यकर्ता यात्रा के दौरान सेवा कार्यों में लगे रहते हैं। प्रशासन ने कांवड़ मार्ग के आसपास मांस की दुकानें बंद करवा दी हैं। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि जो दुकानें अभी भी खुली हैं, उन्हें स्वयं बंद कर देना चाहिए।
ग्रामीणों का कहना है कि वे कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं। उनका मानना है कि अन्य समुदाय के लोगों की सेवा से कांवड़ नाराज हो सकती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति हिंदू धर्म अपनाकर सेवा करना चाहता है तो उसका स्वागत है।