शारदा न्यूज, संवाददाता |
मेरठ। महानगर को गंगाजल आपूर्ति सुचारू होने के लिए अभी पांच दिन और इंतजार करना पड़ेगा। जब तक गंगनहर का पानी साफ नहीं होगा। भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गंगाजल आपूर्ति शहर को नहीं की जाएगी। प्लांट संचालन कर रही कंपनी का दावा है कि इसमें कम से कम पांच दिन लगेंगे।
गंगनहर की सफाई के लिए हरिद्वार को से गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई थी। रविवार देर रात हरिद्वार से के पानी छोड़ दिया गया है। भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक में पानी तब लिया जाएगा जब पानी की अशुद्धि दूर हो जाएगी। दरअसल, गंगनहर की सफाई हुई है। इसमें पानी छोड़ने पर करीब दो दिन तक कचरा और बदबू रहती है। साफ होने में दो से तीन दिन का समय लगता है। इसके बाद प्लांट में टैंक में पानी लिया जाता है। प्लांट चालू होने के बाद महानगर को आने वाली गंगाजल पाइप लाइन में एक दिन का पानी का ट्रायल किया नाएगा। क्योंकि हरिद्वार से गंगनहर में छोड़े गए पानी की गुणवत्ता अभी सही नहीं है।
जलकल अनुभाग के सहायक अभियंता सुशील कुमार का कहना है कि 17 या 18 नवंबर तक महानगर शोधित गंगाजल मिलने लगेगा। फिलहाल नलकूपों के जरिए महानगर गंगाजल आपूर्ति वाले मोहल्ले को जलापूर्ति की जा रही है। महानगर में गंगाजल की आपूर्ति करीब 45 एमएलडी होती है। सर्किट हाउस शर्मा स्मारक, टाउनहाल, विकासपुरी बच्चा पार्क और माधवपुरम भूमिगत जलाशय के माध्यम से करीब पांच लाख आबादी को गंगाजल मुहैया कराया जाता है।