शारदा रिपोर्टर मेरठ। कैंट बोर्ड में पांच साल पूर्व 2019 में हुए डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके में सीबीआई ने गड़बड़ी पकड़ी है। इस मामले में कैंट के सफाई अधीक्षक वीके त्यागी और सफाई निरीक्षक अभिषेक गंगवार को दोषी ठहराते हुए कार्रवाई का आदेश दिया गया। अब कैंट बोर्ड इन दोनों पर कार्रवाई करेगा। वैसे सफाई निरीक्षक अभिषेक पहले से निलंबित है। अब सफाई अधीक्षक को सीबीआई के आरोपों पर कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला हुआ है। इसके बाद कार्रवाई होगी। उधर, डोर-टू-डोर कूड़ा कंपनी के बकाया भुगतान को हरी झंडी दे दी गई है।
पश्चिम यूपी सब एरिया के डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर निखिल देशपांडे की अध्यक्षता में मेरठ कैंट बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में सीबीआई की रिपोर्ट और कानूनी राय के आधार पर कार्रवाई का प्रस्ताव र्केट बोर्ड सीईओ जाकिर हुसैन की ओर से रखा गया। बताया गया कि 2019 के डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके में गड़बड़ी को लेकर सफाई अधीक्षक वीके त्यागी और सफाई निरीक्षक अभिषेक गंगवार को प्रथम दृष्टया दोषी माना है। इस आधार पर जुमार्ने की कार्रवाई के लिए कहा गया है। सफाई निरीक्षक पहले से सीबीआई के दूसरे मामले में निलंबित है। इस आधार पर निलंबन समाप्ति के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
वहीं अधीक्षक वीके त्यागी पर अब र्केट बोर्ड के फैसले के तहत सीईओ कार्रवाई करेंगे। इसके लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
उधर, सील्ड 22 बी को फूड लाइसेंस जारी करने के मामले में र्केट बोर्ड की अब तक कार्रवाई पर सीबीआई ने सहमति व्यक्त की। उधर, डोर-टू-डोर की फर्म अग्रवाल एंड सन्स के बकाये भुगतान के लिए हरी झंडी दे दी गई। सीबीआई ने 2019 में हुए ठेके की शर्त के तहत 18 लाख 57 हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से भुगतान का आदेश दिया है। बोर्ड ने इसे स्वीकृति प्रदान कर दी है।
उधर, सीबीआई ने म्यूटेशन व अवैध निर्माण के मामलों में कैंट बोर्ड को हरी झंडी दे दी है। सीबीआई ने यह सारी जांच सामाजिक कार्यकर्ता राजीव गुप्ता की शिकायत पर की थी। बैठक में मनोनीत सदस्य डा. सतीश चंद शर्मा, कार्यालय अधीक्षक जयपाल सिंह तोमर, इंजीनियर पीयूष गौतम, एओ हितेश राय, राजस्व अधीक्षक राजेश जॉन आदि मौजूद रहे।
अब कैंट के पांच वार्डों में ठेके पर होगी सफाई
कैंट बोर्ड ने सर्वसम्मति से सफाई कर्मचारियों की कमी को देखते हुए पांच वार्डो 4, 5, 6, 7 और 8 में ठेके पर सफाई कराने का निर्णय लिया है। जबकि तीन वार्ड-1,2, और 3 में कैंट के स्थायी कर्मचारी काम करेंगे। कैंट बोर्ड में पहले करीब 400 कर्मचारी थे, जो अब मात्र 120 रह गये हैं। इस कारण अब पांच वार्डों में ठेके पर सफाई होगी।
कूड़ा निस्तारण प्लांट भी लगाएगा कैंट बोर्ड
कैंट बोर्ड ने किला रोड स्थित टंचिंग ग्राउन्ड में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने को हरी झंडी दे दी। इसके लिए दो प्लांट लगाये जाएंगे। एक में प्रतिदिन के कूड़े का निस्तारण होगा. दूसरे में अन्य कूड़े का।
रिटायर कर्मचारियों को रखने पर नियमावली के तहत होगा फैसला
कैंट बोर्ड सीईओ ने रिटायर कर्मचारियों को फिर से रखने का प्रस्ताव रखा। इस पर ब्रिगेडियर ने कहा कि जो रिटायर कर्मचारी अभी काम कर रहे हैं, वे करते रहेंगे, लेकिन अब आगे से नियमावली के तहत कार्रवाई होगी। जिस पर बोर्ड की अगली बैठक में विचार होगा।