भौतिकी के छात्रों को बताया शिक्षा व संस्कार का महत्व।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के भौतिक विज्ञान विभाग में शिक्षक दिवस का आयोजन अत्यंत गरिमापूर्ण एवं भावनात्मक वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह अवसर न केवल शिक्षकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का मंच बना, बल्कि शिक्षा, अनुशासन, स्मृतियों और गुरु-शिष्य संबंधों की एक सुंदर झलक भी प्रस्तुत कर गया। कार्यक्रम में भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर आधारित एक संक्षिप्त डॉक्युमेंट्री प्रदर्शित की गई, जिसने उनके शिक्षा दर्शन और प्रेरणादायी योगदान को उजागर किया। इसके उपरांत छात्रों द्वारा प्रस्तुत कविताएं, शायरी, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों के दिलों को छू गए। बीएससी और एमएससी के विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के प्रति भावनात्मक अभिव्यक्ति देते हुए उन्हें सम्मानित किया।
कार्यक्रम की एक विशेष प्रस्तुति में छात्रों ने विभाग की पुरानी स्मृतियों और गतिविधियों की झलकियों को वीडियो के रूप में प्रस्तुत किया, जिसने सभी शिक्षकों और छात्रों को भाव-विभोर कर दिया। यह प्रस्तुति एक ऐसे क्षण में परिवर्तित हो गई, जहां सभी लोग अतीत की मधुर यादों में खो गए। कार्यक्रम का संचालन अत्यंत प्रभावी ढंग से आयुष ठाकुर एवं शिविका चौधरी द्वारा किया गया।
प्रोफेसर एवं समन्वयक, फिजिक्स संगठन, डॉ. नीरज पवार ने शिक्षा और विद्या के गूढ़ अंतर को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समझाते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का साधन नहीं, स्वयं जीवन है।
प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हर वह क्षण है जब हम कुछ नया सीखते हैं।
इस सम्पूर्ण आयोजन की नींव रहा फिजिक्स संगठन, जिसके अध्यक्ष शोधार्थी पवन कुमार के नेतृत्व में अनस मलिक, सिमरन वर्मा, आदि वर्मा, अंशिका, जीशान, आशीष, रांची, साक्षी, आयुष, वासु, रमन, वरुण सहित सभी छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम को अभूतपूर्व सफलता दिलाई।


