– सहकारिता विभाग के हैं शीतगृह।
– अपर आयुक्त अपर निबंधक उप्र ने सहकारिता विभाग से मांगी जानकारी।
शारदा न्यूज रिपोर्टर
मेरठ। सहकारिता विभाग के बंद पड़े शीतगृहों में व्यावसायिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। इसके लिए शासन स्तर से तैयारी शुरू हो गई है। जिला सहकारिता विभाग शीघ्र ही समिति बोर्ड से सलाह करके रिपोर्ट शासन को भेजेगा। इसेक बाद सरकार प्रदेश में बंद पड़े शीतगृहों के लिए कार्ययोजना तैयार कराएगी। अपर आयुक्त अपर निबंधक उप्र ने एआर सहकारिता को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है।
सहकारिता विभाग पूर्व में किसानों को खाद, बीज ही नहीं बल्कि आलू भंडारण के लिए शीतगृह की सुविधा भी देता था, ताकि किसान पूरी तरह सहकारिता से जुड़ा रहे। लगभग 20 साल पहले ये सुविधाएं सिमटनी शुरू हो गईं। धीरे-धीरे शीतगृह बंद हो गए। खरखौदा, रामपुर पावटी और माछरा ब्लॉक में शीतगृह बंद पड़े हैं।
खरखौदा सहकारी संघ के चेयरमैन बिजेन्द्र त्यागी का कहना है कि चूंकि खरखौदा का शीतगृह अब आबादी के करीब आ चुका है। इस बिल्डिंग में विभाग किसानों और आम जनता से जुडा कोई भी व्यवसाय शुरू करेगा तो लाभ ही होगा।
– पूर्व सरकारों में भी बनी थीं योजनाएं
उप्र की पूर्व सरकारों ने भी सहकारिता विभाग के बंद पड़े इन शीतगृहों को वेयरहाउस के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बनी थी। जिनको अमली जामा नहीं पहनाया जा सका। क्षेत्र में वेयरहाउस की भी काफी जरूरत है। नई मशीनें लगाकर शीतगृह भी संचालित हो सकता है।