Wednesday, June 18, 2025
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मेरठ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पथ संचलन निकाला

शारदा न्यूज़, मेरठ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर द्वारा विजया दशमी कार्यक्रम मनाया गया। महानगर में 32 स्थानों पर यह कार्यक्रम मनाया गया। जिसमे लगभग 6 हजार स्वयंसेवको ने भाग लिया। सभी निश्चित कार्यक्रमो में गणगीत, एकल गीत, शस्त्र पूजन व बौद्धिक के बाद सभी स्थानों पर पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन में सभी स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में कदम से कदम मिलाते हुए चल रहे थे। इन पथ संचलनों में सभी आयु वर्ग के स्वयंसेवको ने भाग लिया। क्षेत्रवासियों द्वारा मार्ग में इन स्वयंसेवको पर पुष्पवर्षा भी की गई।

 

 

जागृति विहार स्थित बी.डी.एस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक ने बताया कि आज का दिन असत्य पर सत्य की विजय का दिन है। उन्होंने ने श्री राम चन्द्र जी का स्मरण करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम ने समाज में समरसता का भाव जगाया। एक तरफ जहाँ उन्होंने राजा सुग्रीव व विभीषण से मित्रता की तो वहीं सबरी के झूठे बेर भी खाए और केवट को भी अपना मित्र बनाया। उन्होंने संघ संस्थापक डॉ0 केशव बलिराम हेडगेवार जी के जीवन का परिचय देते हुए बताया कि उनका लगाया हुआ बीज आज किस प्रकार विशाल वृक्ष बन गया है। आज संघ की स्थापन को 98 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। संघ के स्वयंसेवक बिना सुर्खियों में रहे देश हित मे कार्य कर रहे हैं।

 

 

कंकरखेड़ा के सनातन धर्म इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख सुरेंद्र सिंह ने कहा कि श्री विजयादशमी का यह पर्व शक्ति और सामूहिकता का पर्व है। इसी संदेश को लेकर डॉ हेडगेवारजी ने 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की। यह उत्सव आसुरी शक्तियों पर सात्विक शक्तियों की विजय का प्रतीक है। यह उत्सव अपने समाज में ‘धर्म की विजय निश्चित है’, के भाव का संचार करता है।

 

 

उन्होंने कहा कि जब-जब हिन्दू संगठित हुआ, यह राष्ट्र वैभव को प्राप्त हुआ और जब हिन्दू बिखरे तो यह राष्ट्र पराभव को प्राप्त किया। आज एक बार फिर जाति के नाम पर हिन्दुओं को बांटने का, देश को खंडित करने का दुष्चक्र चल रहा है।

 

 

उन्होंने कहा कि हिन्दू हमारी राष्ट्रीयता है, हमारी अस्मिता है। वास्तव में आत्मविस्मृत हिन्दू समाज को आत्मबल वाला समाज बनाना है। इस नाते हमें शक्ति की उपासना करनी होगी। हमें सिर्फ भक्ति नहीं, अपितु शक्ति का भी आग्रही होना चाहिए।

 

 

महानगर में विभिन्न कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से सह प्रान्त संघचालक डॉ0 नरेंद्र तनेजा, विभाग संघचालक जतन स्वरूप, महानगर संघचालक विनोद भारतीय तथा विभाग संपर्क प्रमुख अरुण जिंदल रहे।

 

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