- गरीब रथ के बगल में गिरा डंपर, ट्रेन के शीशे टूटे, बारांबकी-गोंडा रेलमार्ग ठप, बाल-बाल बचे यात्री.
बाराबंकी। तेज रफ्तार डंपर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए करीब 25 फीट नीचे रेलवे ट्रैक पर गिर गया। हादसे के वक्त बगल के ट्रैक पर अमृतसर से बिहार जा रही गरीब रथ सुपरफास्ट एक्सप्रेस गुजर रही थी। डंपर के साथ ही एक बड़ा पत्थर भी पुलिस से नीचे गिरा। पत्थर, बोगी जी2 की छत पर गिरा। कोच पर पत्थर गिरने से खिड़ियों के शीशे टूट गए। बोगी की छत को काफी नुकसान हुआ। तेज आवाज से यात्री दहशत में आ गए। अफरा-तफरी मच गई। लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।

हादसा बुधवार देर रात बाराबंरी-गोंडा रेलमार्ग पर बुढ़वल रेलवे स्टेशन के पास हुआ। बाराबंकी से करीब 30 किलोमीटर दूर रामनगर से फतेहपुर मार्ग पर एक डंपर जा रहा था। डंपर में प्लाई लदी थी। वह सीतापुर से बिहार जा रहा था। तभी बुढवल स्टेशन के पास फ्लाईओवर पर रात करीब साढ़े 9 बजे बेकाबू होकर 25 फीट नीचे रेलवे ट्रैक पर गिर गया। उसी वक्त बगल वाले ट्रैक पर 12204 गरीब रथ एक्सप्रेस अमृतसर से बिहार के सहरसा गुजर रही थी।
पुल से डंपर गिरने की वजह से इलेक्ट्रिक लाइन को नुकसान हुआ। बिजली के खंभे मुड़ गए। पुल से एक पत्थर ट्रेन के कोच पर जा गिरा। इससे ट्रेन हिल गई। तेज धमाके जैसी आवाज हुई। पैसेंजर्स डर गए। लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन रोकी। रेलवे की टीम भी सूचना पर पहुंची। देखा डंपर ट्रैक पर है।
इसके बाद रेस्क्यू शुरू हुआ। डंपर को ट्रैक से हटाया गया। ट्रेन को भी दुरुस्त किया गया। करीब 6 घंटे बाद इंजन बदलकर ट्रेन को रवाना किया गया। गनीमत रही कि किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ।
उधर, बगल वाले ट्रैक पर पड़े डंपर के केबिन में ड्राइवर फंस गया। घंटों की मशक्कत के बाद जब उसे नहीं निकाला जा सका तो डंपर काटकर गोंडा निवासी ड्राइवर पंकज कुमार को बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल भेजा गया।
हादसे के बाद रेलवे की टीम मौके पर पहुंची। मैकेनिकल टीम ने जी2 बोगी के टूटे शीशे को बदले। करीब छह घंटे तक रेल यातायात बाधित रही। इससे करीब 24 ट्रेनें प्रभावित हुईं। तड़के 3.30 बजे ट्रेन बिहार के लिए रवाना हुई।
डंपर चालक को दो घंटे बाद निकाला गया
हादसे के बाद डंपर चालक केबिन में फंसा रहा। करीब दो घंटे की कोशिश के बाद उसे बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सेफ्टी अधिकारी शिल्पी कनौजिया मौके पर पहुंचीं। उन्होंने यात्रियों को आश्वस्त किया और रेलवे टीम को तुरंत राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। घटनास्थल पर पुलिस, रेलवे कर्मचारी और स्थानीय लोग राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
अचानक जोर से आवाज आई, पूरी बोगी हिल गई
यात्री अभिषेक चौधरी ने बताया हम लोग सीट पर बैठे हुए थे। तभी अचानक जोर से आवाज आई। ट्रेन पर बड़ा सा पत्थर गिरा। पूरी बोगी हिल गई। बच्चे डर की वजह से रोने और चिल्लाने लगे। फिर किसी तरह ट्रेन रुकी। उसके बाद सब शांत हुए। ट्रेन रुकते ही यात्री दौड़ के बाहर आ गए।
ओवरब्रिज के नीचे हादसा हुआ
यात्री मनोहर सिंह ने बताया कि ट्रेन लखनऊ से छूटी और थोड़ी देर में बाराबंकी पहुंची। आगे बढ़ी तो ओवरब्रिज के नीचे जोर के धमाके जैसी आवाज आई। जी2 बोगी के ऊपर बड़ा पत्थर गिर गया। ट्रेन में बैठे यात्रियों को चोट नहीं लगी है। ट्रक ड्राइवर गंभीर रूप से घायल है।
ट्रेन में अफरातफरी मच गई
अजय प्रकाश गुप्ता ने बताया कि हम नई दिल्ली से छपरा जा रहे थे। हम लोग बैठकर बातचीत कर रहे थे। तभी जोर से आवाज आई और ट्रेन लहराने लगी। हमें लगा कि कोई बोगी डिरेल हुई है। गेट आॅटोमेटिक बंद होने की वजह से कोई बाहर नहीं भाग पाया। ट्रेन में ही अफरातफरी मची थी।
ट्रेनों की आवाजाही शुरू
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि रात लगभग दस बजे सूचना मिली कि प्लाई लदा एक डंपर बेकाबू होकर रेलवे ट्रैक पर गिर गया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम और अग्निशमन दल मौके पर पहुंचे। ट्रक के गिरने से ट्रेन पर पत्थर आ गिरा, जिससे उसके एक कोच को नुकसान पहुंचा, लेकिन किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। बोगी सही होने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया। ट्रैक पर पड़ा मलबा भी हटा दिया गया। ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है।


