– इंदौर-बेंगलुरु से पहुंची स्पेशल टीम भी नहीं ढूंढ पाई खराबी।
बरेली। इंडियन एयरफोर्स के एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव की इमरजेंसी लैंडिंग हुए 60 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अभी तक तकनीकी खराबी ठीक नहीं हो सकी है। सोमवार शाम जो हेलिकॉप्टर मजबूरी में खेत में उतरा था, वह आज गुरुवार तक उसी जगह खड़ा है। इंदौर और बेंगलुरु से आई एयर फोर्स की इंजीनियरिंग टीमें लगातार उसे ठीक करने में लगी हुई हैं।

सोमवार शाम करीब 4 बजे मीरगंज क्षेत्र के गोरा लोकनाथपुर गांव के पास उड़ान के दौरान हेलिकॉप्टर में अचानक तकनीकी दिक्कत आ गई। क्रू ने तुरंत इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया और सरसों के खेत में सुरक्षित तरीके से उसे उतार दिया। घटना की जानकारी मिलते ही त्रिशूल एयरबेस, बरेली से अफसरों की एक के बाद एक गाड़ियां गांव की तरफ दौड़ पड़ीं।
हेलिकॉप्टर को नुकसान न हो, इसके लिए एयर फोर्स ने रात दिन खेत में ही टेंट लगाकर रोशनी की व्यवस्था कर ली। करीब 50 कुर्सियां लगाई गईं और मरम्मत टीम रातभर तकनीकी जांच में जुटी रही। सुबह तक इंदौर और बेंगलुरु से भी स्पेशल इंजीनियरिंग यूनिट पहुंच गई। इसके बाद लगातार जांच, रिपेयरिंग और टेस्टिंग का काम शुरू हो गया।
लगातार तीन दिन और 3 रात तक टेक्निकल टीम लगी रही, लेकिन हेलिकॉप्टर की खराबी अब भी दूर नहीं हो सकी है। एयर फोर्स अधिकारियों के मुताबिक, ये खराबी एक स्पेसिफिक टेक्निकल यूनिट से जुड़ी लग रही है, जिसे दुरुस्त करने में समय लग सकता है।
इमरजेंसी लैंडिंग की खबर फैलते ही गांव वालों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोगों ने कहा कि आसमान में हेलिकॉप्टर कई बार देखा है, लेकिन इतना नजदीक पहली बार देखने को मिला है। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस और एयरफोर्स के जवान लगातार मौके पर तैनात रहे। ग्रामीणों को बैरिकेडिंग लगाकर दूर रखा गया है ताकि तकनीकी टीम के काम में कोई दिक्कत न आए।
घटना के तुरंत बाद एसडीएम मीरगंज, सीओ और थाना बारादरी पुलिस मौके पर पहुंची। प्रशासन ने भीड़ रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाया और सेना की टीम को काम करने के लिए पूरी जगह उपलब्ध कराई।
हेलिकॉप्टर में पायलट, को-पायलट और एक क्रू मेंबर सवार थे। तीनों सुरक्षित हैं। आईएएफ के मुताबिक हेलिकॉप्टर रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था और टेक्निकल अलर्ट मिलते ही पायलट ने सुरक्षित लैंडिंग कर ली। हेलिकॉप्टर को भी किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।
डिफेंस पीआरओ शांतनु प्रताप सिंह ने कहा कि बरेली के मीरगंज इलाके में उड़ान के दौरान हमारे अछऌ हेलिकॉप्टर ने तकनीकी दिक्कत महसूस की। क्रू ने तुरंत समझदारी दिखाते हुए उसे खेत में सुरक्षित उतार दिया। किसी को चोट नहीं आई और हेलिकॉप्टर भी सुरक्षित है। हमारी रिकवरी टीम मौके पर लगातार तकनीकी जांच कर रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी शानदार सहयोग दिया है।
ध्रुव हेलिकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है। जनवरी 2025 में कोस्ट गार्ड का एक एलएएच क्रैश होने के बाद सभी ध्रुव हेलिकॉप्टरों को चार महीने तक ग्राउंड कर दिया गया था। मई 2025 में इन्हें फिर से उड़ान की अनुमति मिली थी।



