– बेल्डर वसीम अहमद अहंगर सहित एक महिला को भी गिरफ्तार किया।
श्रीनगर। दिल्ली लाल किले के पास हुए बम धमाके में जैश-ए-मोहम्मद व गजवतुल हिंद के सफेदपोश आतंकी माड्यूल की जांच के सिलसिले में पुलिस ने जीएमसी मेडिकल कालेज अनंतनाग में कार्यरत डॉ. मोहम्मद मुजफ्फर मीर, जीएमसी अनंतनाग के एक पैरामेडिकल कर्मी आकिब मंजूर राथर के अलावा निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर उमर अमीर वानी को गिरफ्तार किया है।
इनके अलावा अनंतनाग के बीजबेहाड़ा से एक बेल्डर वसीम अहमद अहंगर सहित एक महिला को भी गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि ये लोग आतंकी समूहों को सहायता प्रदान कर रहे थे। इसी बीच एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में श्रीनगर के नौगाम और बडगाम के मगाम इलाके में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (खीट) के पोस्टर चिपकाए जाने की चल रही जांच को बढ़ाने के लिए यह मामला औपचारिक रूप से राज्य जांच एजेंसी (रकअ) को सौंप दिया गया है। ये मामले श्रीनगर के नौगाम और बडगाम के मगाम पुलिस स्टेशन में दर्ज किए गए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामलों को रकअ को हस्तांतरित करने का औपचारिक आदेश जारी कर दिया गया था। रकअ ने कानून की संबंधित धाराओं के तहत जांच को आगे बढ़ाने के लिए एफआईआर संख्या 2 और 3 के तहत दो नए मामले दर्ज किए हैं।
इन एफआईआर में मामले के विभिन्न पहलुओं को शामिल किए जाने की उम्मीद है, जिसमें आतंकी संबंध, धन के स्रोत और अन्य व्यक्तियों की संभावित संलिप्तता शामिल है। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय पुलिस द्वारा प्रारंभिक निष्कर्षों से यह संकेत मिलने के बाद कि इस मामले के अंतर-राज्यीय या सीमा पार निहितार्थ हो सकते हैं, रकअ को मामला हस्तांतरित किया गया है।
आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील और जटिल मामलों को संभालने में विशेषज्ञता रखने वाली एसआईए से अपेक्षा की जाती है कि वह नेटवर्क का पता लगाने और गतिविधियों की सीमा निर्धारित करने के लिए उन्नत जाँच तकनीकों का उपयोग करेगी।