- बुधवार सुबह भी 327 एक्यूआई से जहरीली रही, हवा, सांस लेना भी हो रहा दूभर।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। दिवाली के बाद भी शहर की हवा सुधरी नहीं है। आतिशबाजी से फैला प्रदूषण कम नहीं हुआ है। लगातार दो दिन तक आतिशबाजी होने बुधवार सुबह 10 बजे एक्यूआई 327 दर्ज किया गया। यह स्थिति खास तौर से सांस के रोगियों के लिए खतरनाक है। ऐसे में हलकी बारिश भी इस प्रदूषण के जहर को कम कर सकती है।
इस बार भी दीपावली पर खूब पटाखे छोड़े गए। पटाखों के धुएं और ध्वनि प्रदूषण ने शहर को प्रदूषित कर दिया। मंगलवार को भी शहर में लोगों ने आतिशबाजी की। इस कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ा रहा। सुबह के समय शहर की हवा खराब रही। धुंध के चलते सूर्य देवता के भी दर्शन करीब 10 बजे हुए। जय भीम नगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 327 रिकॉर्ड किया गया। अभी आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ेगा। शहर के हवा खराब होगी।
यदि प्रदूषण के स्तर का यही हाल रहा तो लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। पर्यावरणविदें की मानें तो हलकी सी भी बारिश इस प्रदूषण के वार को काम कर सकती है। ऐसे में विगत वर्ष में जिस तरह दिवाली के बाद बारिश हुई थी और प्रदूषण का स्तर सामान्य हो गया था, ऐसा ही यदि इस बार हो जाता है तो लोगों को शीघ्र राहत मिल सकती है। लेकिन मौसम विज्ञानियों के अनुसार फिलहाल बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
वहीं मौसम में चल रहे उतार-चढ़ाव के बीच रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जबकि अभी दिन में मौसम थोड़ा गर्म दिखाई दे रहा है। तीन-चार दिन तक मौसम में ऐसे ही उतार चढ़ाव बना रहेगा। उसके बाद तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और मौसम में नमी बढ़ेगी।
दीपावली पर हुई आतिशबाजी के चलते इस समय प्रदूषण का लेवल खराब दौर में पहुंच गया है। मेरठ में पीएम 10 और पीएम 2.5 की मात्रा 400 से ऊपर पहुंच गई है, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। इसका असर सीधे-सीधे मनुष्य के स्वास्थ्य पर दिखाई देता है। धूल के कण सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं, जिससे समस्या हो जाती जै। ऐसे में मुंह पर मास्क लगाकर रखें।



 
