– भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र सतवाई पर मुकदमा दर्ज कराने का आरोप, जबरदस्त हंगामा।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के दर्जनों कार्यकतार्ओं ने पूर्व विधायक जितेंद्र सतवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया। रोहटा थाने का घेराव कर किसान पर दर्ज फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग की। साथ ही पुलिस और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की।
गुरूवार सुबह करीब पांच बजे दर्जनों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर रोहटा थाने पहुंचे। थाने के गेट के सामने एकत्रित होकर उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाकियू कार्यकतार्ओं का कहना है कि सिवालखास के पूर्व भाजपा विधायक जितेंद्र सतवाई ने अपने एक सीधे-सादे किसान पड़ोसी पर गलत तरीके से गोलीबारी का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि पूर्व विधायक ने पुलिस के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है।
आक्रोशित किसानों का कहना है कि जब तक पूर्व विधायक द्वारा दर्ज कराया गया फर्जी मुकदमा रद्द नहीं किया जाता, वे धरने पर डटे रहेंगे। उन्होंने पूर्व विधायक से उस गोलीबारी की सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की है, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। किसानों का कहना है कि वे इस फर्जी मुकदमे को बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपने साथी किसान के लिए न्याय की मांग करते हैं।
किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए सीओ सरधना सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस प्रशासन ने आक्रोशित किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। थाने के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
वहीं दूसरी ओर किसानों की धरने की सूचना पर एएसपी सरधना आशुतोष सिंह रोहटा थाने पहुंचे। उन्होंने जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी से बात कर उन्होंने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए मनाने का प्रयास किया। लेकिन अनुराग चौधरी हिरासत में लिए गए सौरभ को तत्काल छोड़ने और फर्जी मुकदमा खत्म करने की मांग पर अड़े रहे।
दोपहर तक चले हंगामें के बीच तय हुआ कि सौरभ को तुरंत छोड़ा जाएगा और तीन दिन के भीतर दर्ज मुकदमे की वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में जांच कराकर उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक कर आगे की कार्रवाई तय होगी। इसके बाद धरना स्थगित कर दिया गया। इसके साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि पुलिस ने दबाव में काम किया तो शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर होने वाले धरना प्रदर्शन में इसे भी मुद्दा बनाया जाएगा।
इस दौरान पप्पू भदौड़ा, रामबोस, ऋषिपाल, हर्ष चहल, भोपाल, बबलू, सनी, बिट्टू, विनेश, उत्तम, केपी सिंह, वीरेंद्र, विनोद, मनोज, नरेश, अनूप यादव, शेखर, गजेंद्र, प्रशांत आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।