– दीवाली पर्व के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन ने किया रूट डायवर्जन, पुलिस रहेगी तैनात।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। दीपावली, धनतेरस से पूर्व बाजारों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ने की संभावना पर 15 अक्टूबर से वाहनों के प्रवेश बंद करने के फैसले को फिलहाल टाल दिया गया है। यातायात पुलिस का मानना है, जो हालात है, उसमें न तो व्यापारियों की ओर से रूट डायवर्जन की मांग की गई है, न ही इसकी अभी आवश्यकता महसूस हो रही है।
यातायात पुलिस अब धनतेरस से एक दिन पहले यानि 17 अक्टूबर से बाजारों में वाहनों का प्रवेश बंद करने की तैयारी कर रही है। फिलहाल बाजारों व उससे जुड़े चौराहों पर अतिरिक्त यातायात पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए है।
दीपावली से पूर्व बाजारों में चौपहिया वाहन व ई-रिक्शाओं का प्रवेश बंद किया जाता है। लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर यह व्यवस्था की जाती है। यातायात पुलिस ने तीन दिन पूर्व 15 अक्टूबर से बाजारों में वाहनों का प्रवेश बंद करने की घोषणा की थी। इस दौरान भारी वाहनों का प्रवेश बंद करने की भी बात कही गई थी।
मंगलवार को रूट डायवर्जन व बाजारों में वाहनों का प्रवेश बंद करने के आदेश पर एसपी यातायात राघवेन्द्र मिश्र ने बताया कि बाजारों में अभी भीड़ कम है। ऐसे में रूट डायवर्जन व वाहनों का प्रवेश बंद करना सही नहीं है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए 15 अक्टूबर से बाजारों में वाहनों के प्रवेश नहीं रोका जाएगा। धनतेरस से एक दिन पहले 17 अक्टूबर को बाजारों में रूट डायवर्जन किया जाएगा। इसका पारूप तैयार किया जा रहा है। बाजारों के बाहर पार्किंग के लिए स्थान चिंहित किए जा रहे हैं।
एसपी यातायात राघवेन्द्र मिश्र ने बताया कि बेगमपुल-हापुड़ रोड पर व्यापारी सजावट करते हैं। यहां गेट भी बनाए जाते हैं। भारी वाहन व बसों के आवागमन से गेट टूट जाते है और सजावट को लगाई लाइट को भी नुकसान पहुंचता है। व्यापारियों ने इस मार्ग पर सजावट होने के बाद बस व भारी वाहनों का आवागमन रोकने की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि जिस दिन लाइटिंग व सजावट हो जाएगी, उसी दिन से भारी वाहनों का प्रवेश रोक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर से शहर में नो एंट्री के अवधि नए सिरे निर्धारित की जाएगी। ताकि शहर में त्योहार पर लोग सुरक्षित रहे और बिना डर के विचरण कर सके।