जमीन बंटवारे के मामले में आदेश की फाइल तहसील पहुंचाने के लिए मांगी थी रिश्वत
एंटी करप्शन की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सोमवार सुबह-सुबह एसीएम फोर्थ का चपरासी रणवीर विभाग में रिश्वत लेते पकड़ा गया है। एंटी करप्शन की टीम ने मौके पर पहुंचकर इसको रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ अरेस्ट किया है। पूरा मामला एसीएम चार के यहां का बताया जा रहा है। जहां एक चपरासी ने रिश्वत मांगी थी। शिकायत पर एंटी करप्शन टीम मौके पर पहुंची उसे अरेस्ट किया है।
मेरठ की एंटी करप्शन की टीम ने थाना सिविल लाइन क्षेत्र में कलेक्ट्रेट में स्थित एसीएम चार के कार्यालय में छापा मारा है। यहां कार्यालय का चपरासी रणवीर पांच हजार रुपयों की रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि उसने काम कराने के लिए पीड़ित से पैसे मांगे थे। जिसकी शिकायत की गई और टीम ने छापेमारी कर उसे पकड़ लिया है। फिलहाल टीम आरोपी को लेकर सिविल लाइन थाना पहुंची है। जहां उसके खिलाफ मुकदमा लिखाया जा रहा है।
पीड़ित ने बताया कि पीड़ित संतरपाल ने बताया कि उसका जनवरी 2021 में एसडीएम की कोर्ट में पारिवारिक जमीन का कुरेबंदी का विवाद चल रहा है। इस मुकदमे को एसीएम चार के यहां अगस्त 2021 में ट्रांसफर कर दिया गया। यही मामला एसीएम चार के यहां चल रहा है। उसी में एक पेशकार ने मुझसे 50हजार रुपए मांगे थे। 26 अगस्त को मेरे पक्ष में फर्द पर चढ़ाने का आदेश हुआ। उस आदेश को तहसील में पहुंचाने के लिए इस बाबू जिसका नाम रणवीर है उसने मुझसे पांच हजार रुपए मांगे।
महज आदेश को पहुंचाने के लिए इन्होंने मुझसे पांच हजार रुपए मांग लिए। मुझे इस मामले में बार-बार तारीख पर तारीख मिल रही थी। लंबे समय से मेरा ये वाद चल रहा है। आरोपी रणवीर ने केवल आदेश पहुंचाने के लिए मुझसे पांच हजार रुपए मांगे। ये किस पद पर है ये मुझे नहीं पता। लेकिन इसने मुझे बार-बार फोन करके परेशान किया कि पैसे लेकर आ जा तेरा काम हो जाएगा।
जिस पेशकार ने 50 हजार रुपए मांगे थे, उसका नाम भी रणवीर है। इसके बाद मैंने शुक्रवार को एंटी करप्शन के यहां शिकायत की थी। आज मैं पांच हजार रुपए लेकर आया। जब मैंने इस रणवीर को पांच हजार रुपए दिए, तभी एंटी करप्शन की टीम ने इसे पकड़ लिया।