एजेंसी, नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र का आज 13 वां दिन है। राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। विपक्षी दलों के शोर-शराबे और प्रदर्शन के चलते सदन का कामकाज बाधित हुआ है। पहलगाम आंतकी हमले के बाद भारतीय सेना के आॅपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान ही सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल पाई। बाकी दिन शोर-शराबे और हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
डीएमके सांसद कनिमोझी ने एसआईआर के मुद्दे पर कहा हम विरोध कर रहे हैं और संसद में इस पर चर्चा चाहते हैं। वे इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हमें इस पर चर्चा करने का समय नहीं मिल रहा है।टीएमसी सांसदों ने संसद परिसर में हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिन पर लिखा था बंगाल का अपमान बंद करोह्व। कांग्रेस एमपी गौरव गोगोई ने कहा, सरकार को बताना चाहिए कि आखिकार वह किस बात से डर रहे हैं, लोगों का वोट देना का अधिकार है, चुनाव की प्रक्रिया है, वोट की प्रक्रिया है, सदन में चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा नहीं होगी और सवाल नहीं उठाए जाएंगे तो कहां उठाया जाएगा?
सरकार बात स्पष्ट करें, तकनीकी कारण दिखाकर चर्चा से भागने की कोशिश सरकार का ये काम निंदनीय है। विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध करते हुए बुधवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। संसद के मकर द्वार के निकट हुए इस विरोध प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कई अन्य दलों के सांसद शामिल हुए।