लाखों कांवड़ियों के साथ श्रद्धालुओं ने औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर किया जलाभिषेक
शारदा रिपोर्टर मेरठ। बुधवार को सुबह चार बजते ही कैंट स्थित औघड़नाथ मंदिर परिसर बोल बम और हर हर महादेव के उद्घोष से शिवमय हो गया। लाखों की तादाद में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए शिवभक्त कांवड़िएं और श्रद्धालु हाथ में लौटा और मन में आस्था लिए अपने अराध्य देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई दिए।
वहीं, शिवभक्तों की सुरक्षा को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। जबकि, सादी वर्दी में भी मंदिर परिसर और बाहर पुलिसकर्मी हर गतिविधि पर नजर जमाए रहे। जबकि, शिवभक्तों की सुरक्षा को देखते हुए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पल पल की जानकारी लेते रहे।
शिवरात्रि के पावन पर्व पर बुधवार सुबह से ही औघड़नाथ मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक आरंभ हो गया। हालांकि, बुधवार सुबह से ही आसमान में काले घने बादल छाए हुए नजर आए। लेकिन, करीब साढ़े आठ बजे अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई। जो पूरे दिन होती रही। लेकिन, इस बारिश में भी शिवभक्तों का हौंसला देखते ही बन रहा था। झमाझम बारिश होने के बावजूद ़लाखों श्रद्धालु भोलेनाथ और माता पार्वती के दर्शन के लिए कैंट स्थित औघड़नाथ शिव मंदिर पहुंचे और भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया।
वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। मंदिर परिसर में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया। एटीएस के कमांडो, आरएएफ की दो कंपनियां, पीएसी की तीन कंपनियां, 500 पुलिसकर्मी, 500 होमगार्ड और पीआरडी जवान सुरक्षा में तैनात रहे। इसके अलावा मंदिर परिसर और आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 500 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं।
जलाभिषेक के दौरान डीएम डॉ. वीके सिंह और एसएसपी डॉ. विपिन ताडा टीम के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर और बाहरी क्षेत्रों तक भारी पुलिस बल तैनात रहा। सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को भी गर्भगृह में लगाया गया। ताकि, कोई भी अप्रिय घटना न हो। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए मंदिर के 500 मीटर के दायरे में बैरिकेडिंग कर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई।
जबकि, मंदिर की ओर आने वाले तीन प्रमुख मार्गों पर अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई। बता दें कि, मेरठ कैंट स्थित ऐतिहासिक औघड़नाथ मंदिर में हर साल शिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालु जलाभिषेक करते हैं। इस मंदिर की बहुत मान्यता है। तभी तो शिवरात्रि से पहले ही यहां तैयारी शुरू हो गई। आम जनता ही नहीं सीएम योगी और पीएम मोदी भी इस चमत्कारी मंदिर के दर्शन कर चुके है।
भोले के जयकारों से गूंजी पांडव नगरी
हस्तिनापुर। सावन के मौसम में पांडेश्वर मंदिरों पर आस्था का सैलाब उमड़ा। सुबह से ही भक्त जलाभिषेक के लिए कतार में लगे दिखे। हर-हर महादेव की जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठे। महिलाओं ने शिव जी का व्रत रखा। एकादशी का संयोग होने से अन्य भक्तों ने भी व्रत रखकर महादेव की आराधना की। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष सुधा खटीक ने मंदिरों की साफ-सफाई के साथ ही शाम तक पूजन-अर्चन का कार्यक्रम चलता रहा। मंदिरों पर धार्मिक आयोजन हुए। मंदिरों पर भी रुद्राभिषेक व पूजन कार्यक्रम चला।
सावन के महीने में शिव मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी। जलाभिषेक के लिए उमड़े भक्तों में महिलाओं व बालिकाओं की खासी तादाद रही। व्रती महिलाओं व बालिकाओं ने भगवान शिव का विधिवत पूजन किया पांडव नगरी में भोर से ही लोगों का तांता लगा रहा। सुहागिन महिलाओं व बालिकाओं ने माता पार्वती की भी पूजा आराधना की। भोर से ही दूध, गंगाजल अभिषेक के साथ भगवान शिव को भक्तों ने बेलपत्र, फूल-माला, मदार, धतूर चढ़ाया।
धाम पर मौजूद पुजारी परिवार के सदस्यों ने भक्तों को चंदन टीका लगाया। सुबह से ही मुख्य द्वार बंद करके वाहन प्रवेश रोक दिया गया था। ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो सके। उधर,पुलिस प्रशासन ने वाहनों को रोकने की विशेष व्यवस्था कर रखी थी जिससे आने वाले कांवडियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना करना ना पड़े
बड़े महादेव मंदिर से बहसूमा तक श्रद्धालुओं की भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर बुधवार को मवाना और बहसूमा क्षेत्र के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। बारिश के बीच भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। मवाना के प्रसिद्ध बड़ा महादेव मंदिर में सुबह 5 बजे विशेष श्रृंगार के बाद जलाभिषेक शुरू हुआ। श्रद्धालुओं की कतारें देर शाम तक लगी रहीं। मंदिर परिसर ‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ के जयघोषों से गूंजता रहा।
गौमुख, हरिद्वार और बृजघाट से कांवड़िए गंगाजल लेकर पहुंचे। स्थानीय श्रद्धालुओं ने जल और दूध से अभिषेक कर परिवार और देश की समृद्धि की कामना की। सैफपुर फिरोजपुर स्थित सिद्धपीठ महादेव मंदिर में मंगलवार रात से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था। प्रशासन ने मंदिर परिसर में कंट्रोल रूम सहित विशेष सुरक्षा व्यवस्था की थी।
बहसूमा क्षेत्र के मौडखुर्द, मौडकला, मोहम्मदपुर सकीश्त और अन्य शिव मंदिरों में भी सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। मूसलाधार बारिश ने वातावरण को और भी पावन बना दिया। श्रद्धालु कतारों में लगे रहे और शिव भक्ति में लीन नजर आए।