शारदा रिपोर्टर मेरठ। एक तरफ जहां कांवड़ यात्रा को देखते हुए हिंदू संगठन हाइवे पर होटल और ढाबे लगाकर शिवभक्तों को खाद्य सामग्री बेचने वालों से लगातार पूछताछ कर रहे हैं तो वहीं, अब मंदिरों के बाहर दुकानदारों की चेकिंग करने के लिए भी मंदिर प्रबंधन भी सामने आता हुआ दिखाई दे रहा है। सोमवार को वेस्ट एंड रोड स्थित सिद्धपीठ संकटमोचन हनुमान श्री बालाजी एवं शनि शक्तिपीठ शनिधाम मन्दिर के मुख्य पुजारी महेंद्र दास डीएम कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बताया कि, जल्द ही श्रावण मास की कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। ऐसे में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी हर गतिविधि पर नजर जमाए हुए हैं तो उन लोगो को भी चैक किया जाए जो मंदिरों के बाहर ठेला लगाकर सामान बेचते हैं।
ज्ञापन सौंप रहे मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि, बाबा औघड़नाथ मन्दिर एक सिद्ध पीठ मन्दिर है, जहां शिवरात्रि का मेला भी लगता है। सावन मास में आस्था का जल लेकर लाखों कांवड़िए मन्दिर पहुंचते है और बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके अलावा वेस्ट एंड रोड स्थित मन्दिर मार्ग पर सिद्धपीठ हनुमान श्री बालाजी मन्दिर, शनिधाम मन्दिर, मां शकुम्बरी देवी मन्दिर, हनुमान मन्दिर, अन्नपूर्णा मन्दिर, मानव उत्थान मन्दिर, सावन आश्रम मन्दिर है। जहां से लोगों की श्रद्धा जुड़ी हुई है।
इसलिए श्रवण मास में शुद्धता को ध्यान में रखते हुए सम्बंधित अधिकारियों को आदेशित किया जाए कि, मन्दिर मार्ग पर लगने वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगाने की व्यवस्था हो। मन्दिर मार्ग पर छोले भटूरे, चाट कुलचे, चाउमीन, मोमोज, पावभाजी आदि दुकानों पर प्याज लहसुन के प्रयोग से धार्मिक आस्था चोटिल होती है। इसलिए प्याज और लहसुन के प्रयोग को वर्जित करें, जिससे कोई विवाद उत्पन्न न हो।
उन्होंने कहा कि, कुछ लोग अपनी दुकानदारी के चक्कर में श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं, जो गलत है। इसलिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस मामले का संज्ञान लेकर कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराए।