प्रकृति के महत्व पर ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी का शानदार आयोजन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में आयोजित प्रकृति का महत्व विषय पर एक ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी का शानदार व भव्य आयोजन ललित कला विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रोफेसर संगीता शुक्ला कुलपति चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा प्रकृति मां के समक्ष दीप प्रज्वलित कर प्रकृति मां की आराधना के साथ किया गया।
प्रोफेसर अलका तिवारी ललित कला विभाग ने बताया कि प्रकृति के महत्व पर आधारित ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी में प्रकृति के विभिन्न स्वरूपों की मनोहारी,सुंदर और प्रेरक प्रस्तुति की गई। पॉलिथीन के प्रयोग न करने का संदेश दिया गया। प्रकृति और पर्यावरण के लिए लाभप्रद सामग्री से बनी वस्तु को प्रयोग में लाने के लिए प्रेरित किया गया। जिसमें जूट और पेपर व कपड़े के बैग वस्तुओं को पुन: रीसायकल कर प्रयोग में लाने का संदेश दिया गया। यह प्रदर्शनी विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा की जा रही है।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने बताया कि प्रकृति के महत्व पर आधारित इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोगों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाना, पर्यावरणीय चेतना जगाना और वृक्षारोपण व संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा आदर्श गई प्रकृति के पेड़ों के महत्व को तथा मानव द्वारा प्रकृति को पहुंचांये जा रहे नुकसान को पेंटिंग्स ,स्लोगंस ,पोस्टर, झांकियां आदि आदि के माध्यम से बहुत ही प्रेरक तरीके से प्रस्तुत किया। जिसके लिए कल विद्यार्थी बधाई के पात्र है। प्रदर्शनी में, विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों और पर्यावरणविद से सीधे संवाद करने का अवसर मिलेगा ।
इस अवसर पर प्रोफेसर वीरपाल सिंह चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि प्रदर्शनी में, प्रकृति के महत्व, पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ जीवनशैली पर जोर दिया । पेड़ों के आसपास रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। प्रोफेसर केके शर्मा ने कहा कि पेड़ पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए अनिवार्य हैं। अगर पेड़ न होते तो जीवन की कल्पना करना मुश्किल होता। प्रोफेसर राकेश शर्मा ने कहा कि कलाकारों ने सुंदर- सुंदर पेंटिंग्स और इंस्टॉलेशन के द्वारा समझने का प्रयास किया कि पेड़ हमारे जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। हमें अपने आसपास के लोगों को भी यह समझाना चाहिए कि पेड़ हमारे लिए कितने अद्भुत हैं और उन्हें बचाने की आवश्यकता क्यों है।
इस अवसर पर प्रोफेसर आराधना गुप्ता, डॉ वैशाली पटेल, डॉ विवेक त्यागी, प्रेस प्रवक्ता डॉ मितेंद्र, प्रवीण पवार , अमरदीप,अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम क्या आयोजन में डॉक्टर शालिनी धामा, खालिद विष्णु डॉक्टर पूर्णिमा वशिष्ठ,दीपांजलि शिल्पी शर्मा शालिनी त्यागी का विशेष योगदान रहा।