मेडा की लापरवाही से किसान की मौत मामले में पीड़ित के घर पहुंचने के साथ ही मंडलायुक्त से की वार्ता।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेडा की लापरवाही के कारण किसान मनोहर मौत होने के चलते बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश मेरठ पहुंचे और मनोहर के परिजनों से मिलकर उनसे बातचीत की और उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण की लापरवाही के चलते गरीब किसान मनोहर की मौत हो गई थी। जिसके लिए हर एक किसान अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि, देश और प्रदेश दोनों में ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद देश के अन्नदाता किसान को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। जबकि मुआवजा नहीं मिलने के कारण अब किसानों पर ऐसी मुसीबत आ गई है, कि अब किसानों को अपनी जमीन बेचनी पड़ रही है, जो बेहद दुखदाई है।
उन्होंने कहा कि अब इन किसानों की लड़ाई कौन लड़ेगा। क्योंकि ना देश की सरकार किसानों की पैरोकारी कर रही है और न ही प्रदेश सरकार किसानों को लेकर कोई फैसला ले रही है। जिसके चलते किसान अपनी जिंदगी से तंग आ चुका है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार का यह रवैया देखकर अब किसानों को लगने लगा है कि, अब किसानों के लिए कोई नहीं लड़ेगा। किसानों को अब अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ेगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीनों को बड़े व्यापारियों और पूंजिपतियों को अलॉटमेंट किया जा रहा है। ये सरकार है, जो इसके खिलाफ कोई बोलेगा तो मुकदमा दर्ज हो जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार भारत देश में किसान को अब मजदूर बनाना चाहती हैं। जबकि, सरकार व्यापारियों को देश के अन्नदाता किसानों की जमीनें दी जा रही हैं। राकेश टिकैत ने मृतक किसान मनोहर की तीनों बेटियों से मुलाकात करते हुए उनके नाम पूछे। उनसे उनकी क्लास भी पूछी।
इसके बाद प्रगति नगर से ही पीड़ित परिवारजनों और किसानो को लेकर राकेश टिकैत मंडलायुक्त कार्यालय पर पहुंचे और मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद से मुलाकात की। उन्होंने मृतक किसान मनोहर कुशवाहा के प्रकरण संबंधित सभी बिंदुओं पर चर्चा की। इस घटना के प्रति गुस्सा जाहिर करते हुए रोष जताया। राकेश टिकैत ने भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इस पर मंडलायुक्त का ध्यान आकृषित कराने के साथ दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। जिसपर मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद ने अपर मंडलायुक्त अमित कुमार के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन करते हुए जल्द निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन जमीन पर किसी प्रकार का कब्जा या अग्रिम कार्रवाई न कराए जाने की भी बात कही।
वार्ता के दौरान अपर मंडलायुक्त अमित कुमार, गरिमा अपर जिलाधिकारी शहर बृजेश सिंह, चौधरी राकेश टिकैत, जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, सनी प्रधान,हर्ष चहल, बबलू सिसौला, मनोज , राजबीर, विपुल जोहल, डीके एवं अन्य किसान शामिल रहे।
इस दौरान चौधरी राकेश टिकैत ने पत्रकारों से मंडलायुक्त कार्यालय के बाहर वार्ता करते हुए कहा कि अधिकारियों की सांठगांठ व्यापारियों से है। जिसके चलते छोटे किसानों की जमीन जबरदस्ती कब्जाकर व्यापारियों को दी जा रही है और व्यापारियों की जमीनों की अर्जन मुक्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने न्यापालिका के आदेश को दरकिनार कर रखा है। देश के सुप्रीम कोर्ट , हाइकोर्ट के आदेशों को ताक पर रखकर अधिकारी पूंजीपतियों को जमीन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरिद्वार चिंतन शिविर के बाद मृतक मनोहर के मामले में उचित कारवाही नहीं होने और पीड़ित किसानों को न्याय न मिलने की स्थिति में पंचायत का निर्णय भी लिया जा सकता है।
इसके बाद चौधरी राकेश टिकैत और जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी वीके सिंह से भी मुलाकात की। उन्होंने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता पर निपटाने एवं जिलेभर में किसान संबंधित समस्याओं पर विशेष निगरानी की बात कही। ताकि आगे कोई और किसान मनोहर न बन पाए।