लखनऊ। योगी सरकार 20 फरवरी को विधानमंडल में अपना नौवां बजट पेश करने जा रही है। इस बजट में सरकार चार नए एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए धनराशि देकर उन्हें रफ्तार देगी।
निमार्णाधीन एक्सप्रेसवे का काम जल्दी पूरा हो सके इसके लिए भी धनराशि का इंतजाम रहेगा। सरकार इस बजट को राज्य के संतुलित विकास के दस्तावेज के रूप में सामने लाने की तैयारी में है। जिसमें केंद्रीय बजट की छाप देखने को मिल सकती है।
केंद्र की तरह ही प्रदेश के इस बजट में गरीब, युवा, किसान, और महिलाओं का विकास प्रमुखता से नजर आ सकता है। अगले वर्ष होने वाले पंचायत चुनाव की तैयारियों की झलक भी बजट में देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले महीने प्रयागराज में 320 किलोमीटर लंबे विंध्य एक्सप्रेसवे, 100 किलोमीटर लंबे विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे की घोषणा की थी। इसे महाकुंभनगर में हुई कैबिनेट की बैठक में सैद्धांतिक सहमति भी दी गई थी।
इसके अलावा, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एवं पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे वाया फरुर्खाबाद जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भी बड़ी धनराशि देने की तैयारी है। बिजली उत्पादन की परियोजनाओं के लिए भी सरकार बड़ी धनराशि सरकार दे सकती है।