मेरठ गुडस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और अपोलो अस्पताल ने किया आयोजन
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेरठ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की तरफ से ग्रैंड एलोरा होटल में स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन किया गया।
परिचर्चा में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सौरभ चोपड़ा ने बताया कि बच्चों का दिमाग बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चा शरीर से नहीं दिमाग से मजबूत होना चाहिए। जानवर पैदा होते ही काम करने लगते है लेकिन इंसान के साथ ऐसा नहीं है। बच्चा जब पेट में पनप रहा होता है तब मछली जैसा होता है। बड़े होने पर विकसित होने लगता है। हमारा दिमाग विकास पर निर्भर करता है। समय समय पर सीखता है। बोलना और सामाजिक नियमों को समझना शुरू करता है। बच्चा अपनी गर्दन संभालना शुरू करता है फिर बाकी शरीर पर नियंत्रण करता है। मां बाप और दादी उल्टा लिटा कर मालिश करती थी ताकि वो अपनी गर्दन सम्हाल सके। दिमाग में कनेक्शन बनने शुरू हो जाते है।
छोटे बच्चों को वॉकर नहीं देना चाहिए। बच्चों में सोशल और भाषा समय पर सीखने की कोशिश करता है। तीन महीने से बच्चा शुरू कर देता है। 18 महीने का बच्चा 40 शब्द समझने लगता है लेकिन बोलता सिर्फ चार शब्द है। बिना संचार के जीवन में सफलता नहीं मिलती है। एक दूसरे को समझाने की प्रक्रिया जरूरी है।
बच्चों की श्रवण क्षमता चेक करनी चाहिए। पुराने समय में बच्चे के साथ पूरा कुनबा रहता था बच्चा अच्छे ढंग से विकसित होता था। आज कल बच्चा टीवी स्क्रीन के सामने रहता है। बच्चों को टीवी नहीं दिखाना चाहिए। बच्चा मां बाप को तंग नहीं करता। स्क्रीन पकड़ा दी जाती है। 3 साल में बुरा असर दिखना शुरू हो जाता है। बच्चों को साफ पानी और खाना दे लेकिन टीवी स्क्रीन न दे। कुछ महीने में बच्चा दर्पण को समझने लगता था। बच्चों को खेलने के लिए भेजे। सोसाइटी बदलने की जरूरत है। बच्चों को ओमेगा खिलाना चाहिए जो खाने में मिलती है। आध्यात्मिक और सामाजिक रूप से बच्चों को जोड़ना चाहिए।
स्वास्थ्य परिचर्चा से पहले मेरठ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता पिंकी,अध्यक्ष राकेश विज और महामंत्री हरि गुप्ता,अशोक विनायक ने तीनों चिकित्सकों का स्वागत किया। ट्रांसपोर्टर पिंकी चिन्योटी ने समाज में डॉक्टर, पुलिस, ट्रांसपोर्टरों और मीडिया के कोरोना काल में सहयोग पर प्रकाश डाला।