- पौष पूर्णिमा पर महा स्नान में करीब दो करोड़ ने लगाई डुबकी।
एजेंसी, प्रयागराज। देश-दुनिया का जन ज्वार -जीवनदायिनी गंगा, श्यामल यमुना व पौराणिक सरस्वती के पावन संगम में महाकुंभ के प्रथम अमृत स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए देश-दुनिया का जन समुद्र उमड़ पड़ा है।
पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद अब मंगलवार को महाकुंभ का महास्नान शुरू हो चुका है। महाकुंभ मेला प्रशासन की तरफ से पूर्व की मान्यताओं का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। महानिवार्णी अखाड़े के अमृत साधु-संत स्नान के लिए जा रहे हैं। सुबह 12 बजे तक एक करोड़ 60 लाख से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई।
नियमों का अनुशरण करते हुए सनातन धर्म के 13 अखाड़ों को अमृत स्नान में स्नान क्रम भी जारी है। वहीं नागा साधुओं ने अमृत स्नान के दौरान युद्ध कला का प्रदर्शन भी किया। इस दौरान लाखों की संख्या में लोग नागा साधु के युद्ध कला प्रदर्शन को देख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ मेला पर कहा, 13 में से 8वें अखाड़े का अभी स्नान चल रहा है। पुलिसबल तैनात है जिससे साधु-संतों के स्नान में कोई बाधा न आए। 12 बजे तक 1 करोड़ 60 लाख लोगों द्वारा स्नान किया जाना संभावित है।
आज स्नान के बाद से अन्य धार्मिक स्थलों पर लोग जाने की संभावना है, उसकी तैयारी भी कर ली गई हैं। हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। पुलिस प्रतिक्रिया वाहन और एम्बुलेंस मौके पर मौजूद थे। थर्मल इमेज के जरिए हम रात के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में सफल रहे। मकर संक्रांति के अवसर पर राज्य में कई जगहों पर श्रद्धालु शांतिपूर्वक पवित्र स्नान कर रहे हैं। हमारे लिए ये चुनौती नहीं अवसर है, 3 हजार से अधिक ट्रेन रेलवे विभाग द्वारा चलाए जा रहे हैं।