- आरजेडी ने दिया कांग्रेस को झटका।
पटना: लोकसभा चुनाव और हाल में ही हुए विधानसभा चुनाव में विपक्ष की हार के बाद इंडिया गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को सौंपनी की मांग तेज कर दी गई है। अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने भी ममता बनर्जी को विपक्षी गठबंधन का नेता बनाने की मांग कर दी है। लालू ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की आपत्ति का कोई मतलब नहीं है। हम ममता का समर्थन करेंगे। ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व दिया जाना चाहिए।
लालू यादव का यह बयान कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि लालू यादव लंबे समय से कांग्रेस के पुराने साथी रहे हैं। लालू यादव की यह मांग कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकती है। गठबंधन में शामिल कुछ दल पहले से ही ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन की कमान सौंपने की वकालत कर चुके हैं।लालू यादव ने दावा किया कि बिहार में उनकी पार्टी 2025 में से सरकार बनाने जा रही है। नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अगले साल बिहार में आरजेडी की सरकार बनने जा रहा है। नीतीश कुमार जिस यात्रा पर जा रहे हैं वह वहां जाएं। वहीं, शिवसेनानेता संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व पर कोई सवाल नहीं उठा रहा है। वे हम सबके नेता हैं।
इंडिया गठबंधन के बारे में अगर हमारे कुछ साथी चाहे टीएमसी हो, चाहे लालू जी, अखिलेश जी हो, उनकी एक अलग राय बनती है। हम सबने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है। अगर कोई नई बात रखना चाहता है और इंडिया गठबंधन को ताकत देना चाहता है। तो उसपर विचार होनी चाहिए और कांग्रेस को चर्चा में शामिल होकर अपनी बात रखनी चाहिए।इससे पहले टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता को इंडिया ब्लॉक का नेता बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी इस पद के लिए सबसे उपयुक्त हैं क्योंकि वह एकमात्र नेता हैं जिन्होंने अपने राज्य – पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बार-बार हराया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम ने सोमवार को कहा कि इंडिया ब्लॉक में कोई बड़ा या छोटा नहीं है। हमें गठबंधन की वैचारिक नींव को मजबूत करना चाहिए। कांग्रेस कार्यकतार्ओं को खुद को अन्य गठबंधन सहयोगियों के अधीन नहीं समझना चाहिए।